खगड़िया: वक्त बदल रहा है और साथ ही समाज की सोच भी बदल रही है. जिले में परंपराओं से हटकर एक बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया. बताया जाता है कि मृतक का कोई बेटा नहीं है, सिर्फ दो बेटियां ही हैं.
सड़क दुर्घटना में पिता की हुई मौत
जानकारी के मुताबिक जिले के चौथम थाना क्षेत्र के एनएच 107 पर नवटोलिया के पास सड़क दुर्घटना में मिडिल स्कूल, सोनवर्षा उत्तरी के हेडमास्टर उमेश पासवान की मौत हो गई थी. घटना के बाद घर और उनके गांव रूपनी में कोहराम मच गया.
शिक्षक की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद अंतिम संस्कार के वक्त श्मशान पर उस समय लोगों के आंसू छलक पड़े, जब एक बेटी ने रूढ़ीवादी परंपराओं को तोड़ते हुए अपने पिता को मुखाग्नि दी.
शिक्षक की बेटी ने तोड़ी रूढ़ीवादी परंपरा
पिता के अंतिम संस्कार के दौरान उनकी बेटी लगातार रोती रही, पापा को याद करती रही और बेटे की कमी को हर तरह से पूरा करने की कोशिश करती रही.
दरअसल हेडमास्टर उमेश पासवान को सिर्फ दो बेटी है. जिसमें से एक अभिलाषा की शादी हो चुकी है. दूसरी बेटी अभिज्ञा नवमी कक्षा की छात्रा है. अभिज्ञा ने अपने पिता की मौत के बाद उन्हें मुखाग्नि देकर असमंजस में पड़े समाज को एक नई दिशा दिखा दी.