खगड़िया: जिले के क्वारंटीन सेंटरों में प्रशासन की लापरवाही और बदइंतजामी का खामियाजा एक दो साल के मासूम को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने जमकर बवाल काटा. इस दौरान उन्होंंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
मामला गोगरी अनुमंडल के क्वारंटीन सेंटर का है. जानकारी के मुताबिक बीती रात यहां एक दो वर्षीय मासूम बच्चे की मौत हो गई. परिजनों की मानें तो बच्चे को सही समय पर एंबुलेंस मुहैया नहीं कराया गया, इस वजह से उसकी जान चली गई. परिजनों ने क्वारंटीन सेंटर के ऑन ड्यूटी प्रभारी और कर्मी पर लापरवाही का दोष मढ़ा है.
खेलने के दौरान सीढ़ियों से गिरा बच्चा
जानकारी के मुताबिक गोगरी थाना के गोगरी कस्तूरबा विद्यालय क्वारन्टीन सेंटर में बीती रात मयंक कुमार (02) खेलने के दौरान सीढ़ी से गिर गया. जिसके बाद घरेलू नुस्खों के आधार पर उसका उपचार किया गया. इस दौरान सेंटर पर मौजूद डॉक्टरों ने उसे दवाईयां भी दी. लेकिन, बच्चे की हालत ठीक नहीं हुई. हादसे के 3 घंटे बाद किसी तरह बच्चे को गोगरी रेफरल अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने पहली नजर में ही बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
इलाज के अभाव में हुई मौत- परिजन
मृत बच्चे के परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद से वो एम्बुलेंस मंगवाने की बात कह रहे थे. लेकिन, सेंटर में मौजूद प्रभारी ने तत्परता नहीं दिखाई और एंबुलेंस मंगवाने में 3 घंटे लगा दिए, तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया. बता दें कि मयंक कुमार अपने प्रवासी माता-पिता के साथ बीते 18 मई से ही क्वारन्टीन सेंटर में रह रहा था. वह अपने माता-पिता के साथ हरियाणा के पानीपत से अपने गृह जिला आया था. वहीं, सेंटर के प्रभारी अशोक कुमार वर्मा से फोन पर मिली जानकारी के मुताबिक जब ये घटना हुई तब दंडाधिकारी मंजू देवी और प्रभा देवी विद्यालय में मौजूद थी. लेकिन, उन्होंने भी कोई पहल नहीं की. प्रभारी भी मान रहे हैं कि लापरवाही हुई है.