खगड़िया: बारिश मौसम के आने से पहले बिहार किसान मंच के सात सदस्यीय टीम ने नदी कटाव स्थल का निरीक्षण किया. यह टीम आनंदपुर मारन, कोयला, उत्तर माड़र, मधुरा, बोरने, डुमरी, बलैठा, बसुआ आदि जैसे नदी कटाव स्थल से क्षति का जायजा भी लिया.
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बता दें कि बिहार में 2020 में कोरोना महामारी के बीच बाढ़ ने तबाही मचाई थी. जिससे मध्यम और गरीब लोगों के सामने काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. सरकार की तरफ से बाढ़ पीड़ित इलाकों में सामान मुहैया कराने के लिए बेबस थी.
नदी कटान होने से लोग कर रहे हैं पलायन
इस मौके पर बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू ने कहा कि " खगड़िया के किसान बाढ़ और सुखाड़ की मार झेलने को मजबूर हैं. नदी के कटाव से किसानों का उपजाऊ भूमि नदी की गोद में समाती जा रही है, लेकिन खेत और गांव को नदी के कटाव से बचाने की सरकार के पास कोई योजना नहीं है. जिससे कटाव पीड़ित की जिंदगी बेबस है और वे पलायन को मजबूर हैं."
सरकार से अनुग्रह राशि की मांग
धीरेंद्र सिंह टूडू ने कहा कि- एक नीति बनाकर कटाव पीड़ितों के भरण पोषण के लिए तात्कालिक दीर्घ कालिक अनुग्रह राशि दी जाए. इसके लिए सदन में जनप्रतिनिधियों को आवाज उठाने की आवश्यकता है.
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मुद्दे पर विधायकों का करेंगे घेराव
वहीं, किसान नेता ने कहा कि किसान विकास मंच इस मुद्दे को लेकर जिले के विधायकों का घेराव करेगी. कटाव स्थल निरीक्षण टीम में सूर्य नारायण वर्मा, अनिल कुमार यादव, अशोक कुमार यादव, देवानंद सिंह कुशवाहा, मो. जावेद मुखिया और नागेश्वर चौरसिया आदि शामिल थे.