कटिहार: राज्य में बढ़ती बेरोजगारी के कारण लाखों युवा परेशान हैं. छात्रों का कहना हैं कि शिक्षक नियोजन में डोमीसाइल नीति लागू नहीं होने से बिहार में दूसरे राज्य के छात्रों का कब्जा हो रहा है. जिसको देखते हुए बिहार के छात्र लगातार सरकार से डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग कर रहे हैं.
क्यों लागू हो डोमिसाइल नीति?
छात्र कह रहे हैं कि बाहर के राज्यों में बिहार के छात्रों का नियोजन नहीं हो पाता है बल्कि वहीं के रहने वाले छात्रों का नियोजन होता है. क्योंकि दूसरे राज्यों में डोमिसाइल नीति लागू है. दूसरी ओर अन्य राज्यों के छात्रों को बिहार में नौकरी आसानी से मिल जाती है. लेकिन, बिहार के छात्रों को दूसरे राज्य में नौकरी मिलना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में बिहार में हो रहे प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के नियुक्ति पर बिहार के छात्रों की ओर से डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग बढ़ गई है.
सरकार करे जल्द से जल्द कार्रवाई
छात्र अखिलेश यादव बताते हैं कि पूरे बिहार में बिहारियों के साथ लगातार अन्याय हो रहा है. मुख्यमंत्री राज्य में डोमिसाइल नीति लागू न करके यहां के रोजगार को बंदरबांट कर रहे हैं. दूसरे राज्य में जब हम जाते हैं तो वहां हम उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर हो जाते हैं. वहीं, छात्र अंकित सिंह बताते हैं बिहार में डोमिसाइल नीति लागू होना चाहिए क्योंकि अन्य राज्यों में हमें नौकरी से वंचित किया जाता है. लेकिन बिहार में ऐसा नहीं है. ऐसे में बिहार के छात्र बेरोजगार हो रहे हैं.
यह भी पढ़ेः किशनगंज के दौरे पर रहेंगे आज सीएम नीतीश कुमार, तैयारी पूरी
'दूसरे राज्य में होती हैं हमसे मारपीट'
दूसरी ओर छात्र सिद्धांत कुमार का कहना हैं कि जब यहां के छात्र दूसरे राज्य में परीक्षा देने जाते हैं तो उनके साथ वहां दुर्व्यवहार किया जाता है. मारपीट की जाती है. लेकिन, हमारे राज्य में आने पर हम उन्हें सहयोग करते हैं. इसलिए वे चाहते हैं कि बिहार में सिर्फ बिहारियों को ही रोजगार मिले और डोमिसाइल नीति लागू हो.