कटिहार: महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से जिले के 6 प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. लगभग 3 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित है. जिला का डंडखोरा प्रखंड भी बाढ़ से प्रभावित है. लेकिन. जिला प्रशासन द्वारा उसे सिर्फ आंशिक रुप से प्रभावित घोषित किया गया है. इसी के विरोध में लोगों ने डंडखोरा पंचायत की मुखिया के साथ मिलकर प्रखंड मुख्यालय में जमकर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने जिला प्रशासन और प्रखंड प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
पिछले 5 दिनों से बाढ़ प्रभावित है डंडखोरा प्रखंड
बाढ़ पीड़ितों के अनुसार प्रशासन का कहना है कि डंडखोरा में बाढ़ नहीं आया है. इस कारण ग्रामीणों को राहत की सामग्री भी मुहैया नहीं कराई गई है. जबकि वहां की स्थिति ऐसी है कि पिछले 5 दिनों से प्रखंड के घोघरा, बेलटिकरी, रतनपुरा, घटवारी टोला, माइलबाषा, बीरटोला, पथलडंगा, बलुवाटोला, तीनधरीया और मुस्लिम टोला रेलवे गेट के समीप लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. पिछले 5 दिनों से लोग सड़क पर किसी तरह रात गुजार रहे हैं और प्रशासन कहती है वहां बाढ़ आई ही नहीं है.
राहत एवं बचाव कार्य तेज करने की मांग
धुसमर के पास डायवर्सन के ऊपर से पानी बहने से मुख्यालय से सीधा संपर्क भी टूट गया है. लोगों को 10 किलोमीटर पैदल चलकर जिला मुख्यालय जाना पड़ता है. बाढ़ की वजह से बिजली भी ठप हो गई है. गांव वालों के पास राशन की भी कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में मजबूर होकर लोगों ने प्रखंड मुख्यालय में जमकर नारेबाजी की. लोगों ने जल्द से जल्द इस इलाके में राहत एवं बचाव कार्य तेज करने की मांग की.