कटिहार: बिहार के कटिहार जिले में संदिग्ध हालात में तीन लोगों की मौत (Suspected Death Of 3 People In katihar) हो गई है और दो लोगों को गंभीर हालत में पूर्णिया में भर्ती कराया गया है. वहीं तीनों लोगों की मौत के पीछे जहरीली शराब की सेवन (Death Due to Poisonous Liquor) की चर्चा का बाजार गर्म हैं. हालांकि जिला प्रशासन ने जहरीली शराब से मौत की बात नाकार दिया है. फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. डीएम ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा.
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कटिहार में तीन लोगों की संदिग्ध मौत: बता दें कि कोढ़ा थाना के जुराबगंज इलाके में पिछले दो दिनों में एक के बाद एक तीन लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. जबकि दो लोग गंभीर हालत में पूर्णिया में भर्ती हैं. मृतकों की पहचान अविनाश कुमार उम्र 28 साल, सुलोचना देवी उम्र 52 साल और रेखा देवी उम्र 48 साल के रूप में की गई है. तीनों की अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से मौत हो गई. जबकि 18 साल के विकास और 35 साल के सचिन कुमार का पूर्णिया के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
DM ने जहरीली शराब से मौत की चर्चा को बेबुनियाद बताया: वहीं, डीएम उदयन मिश्रा ने जहरीली शराब से मौत की बात को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि जांच अधिकारियों से मिली प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार सभी की मौत किसी न किसी बीमारी से होने की बात सामने आयी है. एक व्यक्ति के पेट में दर्द होने से मौत हुई. जिसका परिजनों ने दाह संस्कार भी कर दिया. जबकि दो महिलाओं की मौत ब्रेन हेमरेज की वजह से हुई. इनमें से एक महिला अपनी बेटी से मिलने इलाहाबाद गई थी और वो सीवियर डायबिटीज से पीड़ित भी थीं.
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासा: दो लोगों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. डीएम उदयन मिश्रा ( DM Udyan Mishra) ने कहा कि अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि आखिर मौत की वजह क्या है. वहीं 13 मार्च को ही भागलपुर में 4 लोगों की संदिग्ध मौत के बाद हड़कंप मच गया था. दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी. इस मामले में परिजनों का दावा था कि दारु पीने के बाद एकाएक तबीयत बिगड़ गई और जोर-जोर से सांस लेने लगा. अस्पताल में भर्ती किया लेकिन जान ना बची. 13 मार्च को इस घटना के उजागर होने के बाद भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि शराब पीने से मौत हुई है.
पहले भी कहर बरपा चुकी है जहरीली शराब: इसी साल जनवरी महीने में बक्सर में शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गयी थी. यही नहीं पिछले साल अक्टूबर-नवंबर महीने में कई लोगों की जान जहरीली शराब ने ले ली थी. बिहार में 2021 में जहरीली शराब के 13 मामले सामने आए, जिनमें कम से कम 66 लोगों की मौत हो गई. नवंबर में गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण में जहरीली शराब पीने से 40 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले जुलाई में भी पश्चिमी चंपारण जिले में 12 लोगों की मौत हो गई थी. वैसे अगर गौर से देखा जाए तो ड्राई स्टेटबिहार में शराब की तस्करी आम बता हो चली है. शायद ही कोई ऐसा दिन बीतता हो जब उत्पाद विभाग और पुलिसवाले तस्करों को नहीं दबोचते हों. पर एक सच्चाई यह भी है कि लोगों तक शराब पहुंचती भी है.
अप्रैल 2016 से बिहार में शराबबंदी: दरअसल, 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के बाद नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) लागू करने का फैसला लिया था. चुनाव में जीत हासिल करने और लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद कुमार ने महिलाओं से किया वादा निभाया और एक अप्रैल 2016 बिहार निषेध एवं आबकारी अधिनियम के तहत बिहार में शराबबंदी लागू कर दी गई. 1 अप्रैल 2016 से लागू हुए कानून के मुताबिक कोई भी व्यक्ति किसी भी नशीले पदार्थ या शराब का निर्माण वितरण परिवहन संग्रह भंडार खरीद बिक्री या उपभोग नहीं कर सकता है.
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