कटिहार: लाॅकडाउन के कारण दूसरे राज्य में फंसे लाखों प्रवासी मजदूर, छात्र और सैलानियों को लाने के लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है, जिसको लेकर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से ट्रेन की मांग की है. इसे भी मान लिया गया है. शुक्रवार को राजस्थान के कोटा से छात्रों को लेकर ट्रेन पटना पहुंची. पटना से सभी छात्र और मजदूरों को बस के माध्यम से उनके गृह जिले भेजा जाएगा.
अपने घर लौटने का रास्ता साफ
देश के विभिन्न हिस्सों में कटिहार जिले के हजारों मजदूर और छात्र लाॅकडाउन के कारण फंसे हुए हैं. ऐसे में केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद इन मजदूर और छात्रों का लौटना लगभग तय है. कटिहार जिला प्रशासन ने बाहर से लौटने वालों के लिए पूरी तैयारी कर ली है. इसके लिए प्रखंड स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. यहां पर इन लोगों को 21 दिनों के लिए सुरक्षा व्यवस्था के साथ रखा जाएगा.
27 हजार लोगों को क्वॉरेंटाइन करने की तैयारी
पूरे मामले में कटिहार डीएम कंवल तनुज ने बताया दूसरे राज्य में फंसे करीब 78000 लोगों ने मुख्यमंत्री कोरोना सहायता राशि के लिए अप्लाई किया था. ऐसे में करीब एक तिहाई लोगों के लौटने की संभावना है. करीब 25 से 27 हजार लोगों के लिए तैयारी रखनी होगी. इसके लिए प्रखंड स्तर पर इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था की जा रही है. अब से जितने भी लोग क्वॉरेंटाइन में रहेंगे वह 21 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किए जाएंगे.
सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर
इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है. सीसीटीवी से लोगों को निगरानी की जाएगी. साथ ही मौके पर स्थानीय थानाध्यक्ष, मजिस्ट्रेट एवं अन्य पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति रहेगी. आदर्श आपदा केंद्र के लिए ऐसे लोगों के लिए खाने की भी एस्ट्रैगर व्यवस्था की जा रही है और अलग-अलग शिफ्ट में खाना दिया जाए इसके लिए पुख्ता तैयारी की जा रही है.
डीएम ने जानकारी देते हुए बताया जिले के सभी प्रखंडों में आपदा केंद्र बनाए जाएंगे जो क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में रहेंगे. बाहर से आने वाले लोगों की संख्या के आधार पर हर प्रखंड में आपदा राहत केंद्र की संख्या बनाई जाएगी. जिस प्रखंड के लोग अधिक होंगे वहां पर अधिक क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे.
अधिकारी भी नपेंगे
उन्होंने बताया कि लोगों का प्रखंड स्तर पर बनाये गये क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और हर एक सेंटर पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. यहां पर सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जाएगी कि लोग बाहर दूसरे लोग के संपर्क न आएं. डीएम ने कहा कि अगर कोई भी इसका उल्लंघन करेगा तो उस व्यक्ति पर कार्रवाई होगी और ड्यूटी पर तैनात अधिकारी पर भी कड़ी-से-कड़ी कार्रवाई की जाएगी.