कटिहार: जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां की आबादी लगभग 35 लाख की है. जिसपर अस्पताल में केवल 160 डॉक्टर ही मौजूद हैं. इसके लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है, लेकिन अभी तक डॉक्टरों की कमी पूरी नहीं की गई है.
सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी
सूबे के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बिहार में स्वास्थ्य सेवा को लेकर लगातार दावे करते हैं, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. दरअसल, जिले में एक ही सदर अस्पताल है, जिसमें लोगों को इलाज सस्ते दर में मिल जाता है. यहां की आबादी लगभग 35 लाख की है. लेकिन इस सदर अस्पताल में केवल 160 ही डॉक्टर मौजूद हैं. जिस कारण दूर से आने वालों मरीजों को कभी-कभी इलाज के बिना ही वापस जाना पड़ता है.
दिनभर इंतजार के बाद भी नहीं होता इलाज
प्राणपुर प्रखंड से इलाज कराने पहुंचे लकाड़ी परिहार ने बताया कि सुबह के 10 बजे से इलाज के लिए लाइन में लगे हुए हैं. लेकिन अभी तक डॉक्टर नहीं पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि इलाज के लिए पर्ची कब की काट दी गई है, लेकिन डॉक्टर साहब अपने कैमरे में बैठे ही नहीं हैं तो इलाज कैसे होगा?
राज्य सरकार को लिखा गया पत्र
सिविल सर्जन अरविंद प्रसाद शाही ने बताया कि कटिहार में डॉक्टरों की घोर कमी है. 250 डॉक्टरों की जगह सिर्फ 160 डॉक्टर हैं. डॉक्टरों की कमी को पूरी करने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिख दिया गया है. जल्द ही जिले में डॉक्टर की कमी से निजात मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के आने से मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध हो सकेगा.
गरीबों को परेशानी
बता दें कि सदर अस्पताल में मरीजों को सही इलाज नहीं मिलता तो कुछ मरीज निजी डॉक्टरों को दिखा लेते हैं. लेकिन गरीब लोग ऐसा नहीं कर सकते हैं. जिस कारण उनको दिक्कतें झेलनी ही पड़ती हैं.