कटिहार: जिले के प्रभारी मंत्री और राज्य के भूमि और राजस्व सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने कटिहार समाहरणालय में समीक्षा बैठक की. मंत्री ने तमाम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बाढ़ के हालात पर चर्चा की. हालांकि प्रभारी मंत्री के मुताबिक जिले में बाढ़ से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है.
लगभग दो दर्जन लोगों की हुई है मौत
जिले में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. सैलाब में करीब दो दर्जन से अधिक लोगों की असमय मौत हुई है. स्थानीय पुलिस प्रशासन के माध्यम से सभी शवों का पोस्टमार्टम भी करवाया गया है. जबकि मंत्री जी इससे साफ इनकार रहे हैं. मरने वाले लोगों की संख्या एक भी नहीं है. हालांकि बाढ़ से लोगों की मौत का आंकड़ा छूटने पर जानकारी इकट्ठा कर सहायता राशि देने की भी बात कही. लेकिन सरकारी आंकड़े पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. क्या राज्य सरकार सैलाब में डूबकर लोगों की हुई मौतों के आंकड़ों पर पर्दा डालना चाहती हैं?
1,09,640 लोगों को मिली सहायता राशि
प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिले में बाढ़ से लगभगग 6 लाख आबादी प्रभावित है. 1,49,753 बाढ़ पीड़ित परिवार हैं. इनमें से 1,09,640 परिवारों के खातों में जीआर के माध्यम से छह-छह हजार रुपये की बाढ़ सहायता राशि भेज दी गई है. शेष पीड़ितों के खाते में जल्द ही भेज दी जायेगी. जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों की बातों को सुना जाए. वहीं, प्रशासन को सभी प्रतिनिधियों के मिलकर बाढ़ पीड़ितों की सूची तैयार करने का भी निर्देश दिया.
जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच संवादहीनता
गौरतलब है कि विधायकों ने जिला प्रशासन पर जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था. बरारी विधायक नीरज कुमार ने बताया कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि के बीच संवादहीनता कायम हैं. जन प्रतिनिधियों से जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के संबंध में किसी भी प्रकार का कोई सलाह नहीं लिया. हम लोगों की बातों को नहीं सुना गया.
बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों ने की शिरकत
समाहरणालय में बाढ़ सम्बंधित ये अहम समीक्षा बैठक की गई. इस बैठक में सांसद, विधायक, विधानपार्षद, जिला परिषद अध्यक्ष समेत अन्य महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि ने शिरकत की. प्रभारी मंत्री ने जिलाधिकारी और जिले के अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ कई बिंदुओं पर चर्चा की. बैठक के दौरान जिले में बाढ़ से निपटने के जरूरी निर्देश भी दिए गए.