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कटिहार: प्रभारी मंत्री ने की समीक्षा बैठक, बोले- सरकार को बाढ़ से मौत की कोई खबर नहीं - बाढ़ में मौत

प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिले में बाढ़ से लगभगग 6 लाख आबादी प्रभावित है. 1,49,753 बाढ़ पीड़ित परिवार हैं. इनमें से 1,09,640 परिवारों के खातों में जीआर के माध्यम से छह-छह हजार रुपये की बाढ़ सहायता राशि भेज दी गई है.

समीक्षा बैठक करते प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल
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Published : Aug 4, 2019, 9:47 AM IST

Updated : Aug 4, 2019, 10:02 AM IST

कटिहार: जिले के प्रभारी मंत्री और राज्य के भूमि और राजस्व सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने कटिहार समाहरणालय में समीक्षा बैठक की. मंत्री ने तमाम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बाढ़ के हालात पर चर्चा की. हालांकि प्रभारी मंत्री के मुताबिक जिले में बाढ़ से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है.

लगभग दो दर्जन लोगों की हुई है मौत
जिले में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. सैलाब में करीब दो दर्जन से अधिक लोगों की असमय मौत हुई है. स्थानीय पुलिस प्रशासन के माध्यम से सभी शवों का पोस्टमार्टम भी करवाया गया है. जबकि मंत्री जी इससे साफ इनकार रहे हैं. मरने वाले लोगों की संख्या एक भी नहीं है. हालांकि बाढ़ से लोगों की मौत का आंकड़ा छूटने पर जानकारी इकट्ठा कर सहायता राशि देने की भी बात कही. लेकिन सरकारी आंकड़े पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. क्या राज्य सरकार सैलाब में डूबकर लोगों की हुई मौतों के आंकड़ों पर पर्दा डालना चाहती हैं?

ramnarayan mandal
प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल

1,09,640 लोगों को मिली सहायता राशि
प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिले में बाढ़ से लगभगग 6 लाख आबादी प्रभावित है. 1,49,753 बाढ़ पीड़ित परिवार हैं. इनमें से 1,09,640 परिवारों के खातों में जीआर के माध्यम से छह-छह हजार रुपये की बाढ़ सहायता राशि भेज दी गई है. शेष पीड़ितों के खाते में जल्द ही भेज दी जायेगी. जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों की बातों को सुना जाए. वहीं, प्रशासन को सभी प्रतिनिधियों के मिलकर बाढ़ पीड़ितों की सूची तैयार करने का भी निर्देश दिया.

बाढ़ पर जानकारी देते प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल

जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच संवादहीनता
गौरतलब है कि विधायकों ने जिला प्रशासन पर जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था. बरारी विधायक नीरज कुमार ने बताया कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि के बीच संवादहीनता कायम हैं. जन प्रतिनिधियों से जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के संबंध में किसी भी प्रकार का कोई सलाह नहीं लिया. हम लोगों की बातों को नहीं सुना गया.

barari mla neeraj kumar
बरारी विधायक नीरज कुमार

बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों ने की शिरकत

समाहरणालय में बाढ़ सम्बंधित ये अहम समीक्षा बैठक की गई. इस बैठक में सांसद, विधायक, विधानपार्षद, जिला परिषद अध्यक्ष समेत अन्य महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि ने शिरकत की. प्रभारी मंत्री ने जिलाधिकारी और जिले के अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ कई बिंदुओं पर चर्चा की. बैठक के दौरान जिले में बाढ़ से निपटने के जरूरी निर्देश भी दिए गए.

कटिहार: जिले के प्रभारी मंत्री और राज्य के भूमि और राजस्व सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने कटिहार समाहरणालय में समीक्षा बैठक की. मंत्री ने तमाम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बाढ़ के हालात पर चर्चा की. हालांकि प्रभारी मंत्री के मुताबिक जिले में बाढ़ से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है.

लगभग दो दर्जन लोगों की हुई है मौत
जिले में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. सैलाब में करीब दो दर्जन से अधिक लोगों की असमय मौत हुई है. स्थानीय पुलिस प्रशासन के माध्यम से सभी शवों का पोस्टमार्टम भी करवाया गया है. जबकि मंत्री जी इससे साफ इनकार रहे हैं. मरने वाले लोगों की संख्या एक भी नहीं है. हालांकि बाढ़ से लोगों की मौत का आंकड़ा छूटने पर जानकारी इकट्ठा कर सहायता राशि देने की भी बात कही. लेकिन सरकारी आंकड़े पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. क्या राज्य सरकार सैलाब में डूबकर लोगों की हुई मौतों के आंकड़ों पर पर्दा डालना चाहती हैं?

ramnarayan mandal
प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल

1,09,640 लोगों को मिली सहायता राशि
प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिले में बाढ़ से लगभगग 6 लाख आबादी प्रभावित है. 1,49,753 बाढ़ पीड़ित परिवार हैं. इनमें से 1,09,640 परिवारों के खातों में जीआर के माध्यम से छह-छह हजार रुपये की बाढ़ सहायता राशि भेज दी गई है. शेष पीड़ितों के खाते में जल्द ही भेज दी जायेगी. जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों की बातों को सुना जाए. वहीं, प्रशासन को सभी प्रतिनिधियों के मिलकर बाढ़ पीड़ितों की सूची तैयार करने का भी निर्देश दिया.

बाढ़ पर जानकारी देते प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल

जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच संवादहीनता
गौरतलब है कि विधायकों ने जिला प्रशासन पर जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था. बरारी विधायक नीरज कुमार ने बताया कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि के बीच संवादहीनता कायम हैं. जन प्रतिनिधियों से जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के संबंध में किसी भी प्रकार का कोई सलाह नहीं लिया. हम लोगों की बातों को नहीं सुना गया.

barari mla neeraj kumar
बरारी विधायक नीरज कुमार

बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों ने की शिरकत

समाहरणालय में बाढ़ सम्बंधित ये अहम समीक्षा बैठक की गई. इस बैठक में सांसद, विधायक, विधानपार्षद, जिला परिषद अध्यक्ष समेत अन्य महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि ने शिरकत की. प्रभारी मंत्री ने जिलाधिकारी और जिले के अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ कई बिंदुओं पर चर्चा की. बैठक के दौरान जिले में बाढ़ से निपटने के जरूरी निर्देश भी दिए गए.

Intro:........कटिहार में बाढ़ के मुद्दे पर प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों के साथ किया अहम बैठक और हर पीड़ितों के खातों में जीआर की राशि भेजने की निश्चित हो व्यवस्था , इसके लिये अधिकारियों को दिये निर्देश लेकिन खास बात यह कि जिले में लाखों लोग सैलाब से प्रभावित और पच्चीस से अधिक लोगों के बाढ़ के पानी मे डूबकर मरने के बाबजुद जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि - एक भी व्यक्ति की बाढ़ के पानी मे डूबकर नहीं हुई हैं मौत .....। तो अब सवाल उठता हैं कि क्या राज्य सरकार सैलाब के पानी मे डूबकर लोगों की हुई मौतों के आँकड़ों पर पर्दा डालना चाहती हैं ......।


Body:यह दृश्य कटिहार समाहरणालय का हैं जहाँ जिले के बाढ़ से सम्बंधित अहम समीक्षा बैठक चल रही हैं ....। जिले के साँसद , सभी विधायक , विधानपार्षद , जिला परिषद अध्यक्ष समेत अन्य महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि इस बैठक में शिरकत कर रहे हैं । इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री और राज्य के भूमि और राजस्व सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने जिले के डीएम और अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ कई बिंदुओं पर चर्चा करते हुए उससे निपटने के आदेश दिये ......। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिले के 1, 49, 753 बाढ़ पीड़ितों में से 1, 90, 640 लोगों के खातों में जीआर की छह - छह हजार रुपये की राशि भेज दी गयी हैं और शेष बचे लोगों के खातों में जल्द ही राशि भेजने की प्रक्रिया चल रही हैं .....। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि शासन , सभी जनप्रतिनिधियों की बातों को सुने ....। इससे पहले विधायकों ने स्थानीय प्रशासन पर जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने और बाबुओं के साथ संवादहीनता का आरोप लगाया था ......। बरारी से विधायक नीरज कुमार ने बताया कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि के बीच संवादहीनता कायम हैं लेकिन इस बैठक की महत्वपूर्ण बात यह रही कि जिले में लाखों लोग सैलाब से प्रभावित हुए हैं , दो दर्जन से अधिक लोगों के पानी मे डूबकर हुई मौतों की खबर के बाबजूद प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल ने बताया कि बाढ़ से एक भी लोगों की डूबकर मौत नहीं हुई हैं....। जरा आप भी सुनिये कि जिले के प्रभारी मंत्री ने फ्लड डेथ रिपोर्टिंग पर क्या कहा .....।



Conclusion:तो अब सवाल उठता हैं कि चन्द दिनों पहले समय - समय पर बाढ़ के पानी मे जिन लोगों के डूबकर मौतें हुई तो उस मौतों को क्या कहा जायेगा और उस डेथ रिपोर्टिंग को क्या नाम दिया जायेगा .....। आखिर , क्यों बाढ़ से हुई मौतों पर पर्दा डाल रही हैं सरकार जबकि ऐसी मौतों पर स्थानीय पुलिस प्रशासन स्थानीय थाना के माध्यम से सभी शवों का पोस्टमार्टम भी करवा चुकी हैं ......। अब यह तो आने वाला समय ही बतायेगा कि इस मामले में राज्य सरकार की क्या मंशा हैं.....और कहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह मंशा तो नहीं कि साल दर साल सीमांचल के लोगों के लिये बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा और इसके अब तक ठोस उपाय नहीं ढूंढ पाने के प्रशासनिक निकम्मेपन की लग रही तोहमत से राज्य सरकार मुँह मोड़ना चाहती हैं ....। फ़िलहाल तो।सच यही हैं कि बाढ़ से अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों की असमय मौतें हुई हैं ......।
Last Updated : Aug 4, 2019, 10:02 AM IST
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