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राहत शिविरों में खिचड़ी खिलाये जाने से मंत्री का इनकार, बोले- मेन्यू के अनुसार मिल रहा खाना

जिले के बाढ़ राहत शिविर में लोगों को खिचड़ी चोखा खिलाया जा रहा है. वहीं, भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल इस बात से इनकार कर रहे हैं. हलांकि तस्वीरों में लोग खिचड़ी चोखा-खाते हुए साफ देखे जा सकते हैं.

Katihar
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Published : Oct 4, 2019, 1:32 PM IST

कटिहार: जिले में बाढ़ राहत शिविर में लोगों को खिचड़ी-चोखा खिलाने का मामला सामने आया है. इसके बाद जिला प्रभारी मंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने बाढ़ राहत शिविरों का जायजा लिया. हालांकि मंत्री खिचड़ी खिलाने की बात से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को मेन्यू के अनुसार खाना दिया जा रहा है.

लोगों को खिलाया जा रहा खिचड़ी-चोखा
बता दें कि मामला जिले के बरारी प्रखंड के उत्तरी कान्तनगर केन्द्र संख्या- 26 का है, जहां प्रशासन द्वारा लोगों को खिचड़ी चोखा खिलाया जा रहा है. इटीवी ने राहत के नाम पर इस गड़बड़ मामले को जैसे ही 3 अक्टूबर को प्रसारित किया. इसके बाद स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई और प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए. वहीं, एमडीएम प्रभारी मंजू देवी और स्थानीय मुखिया रंजीत झा ने बताया कि राशि की कमी के कारण बाढ़ पीड़ितों को मेन्यू के अनुसार से खाना नहीं परोसा जा रहा है.

ईटीवी भारत ने किया खुलासा, पेश है रिपोर्ट

'खिचड़ी-चोखा खिलाने की बात गलत'
ईटीवी भारत द्वारा मामले के खुलासा के बाद जिले के प्रभारी मंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने राहत शिविर का दौरा किया. इस दौरान मंत्री ने कई कम्युनिटी किचेन का जायजा लिया. मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी जगहों पर मेन्यू के अनुसार ही खाना दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने राहत शिविर में खिचड़ी खिलाने की बात को गलत बताया. स्थानीय लोगों ने बताया कि बाढ़ राहत शिविर में हमलोगों को खिचड़ी-चोखा दिया जा रहा है. हालांकि तस्वीरों में स्पष्ट देखा जा सकता है कि लोगों को खाने में खिचड़ी-चोखा परोसा गया है.

Katihar
खिचड़ी खाते बच्चे

कटिहार: जिले में बाढ़ राहत शिविर में लोगों को खिचड़ी-चोखा खिलाने का मामला सामने आया है. इसके बाद जिला प्रभारी मंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने बाढ़ राहत शिविरों का जायजा लिया. हालांकि मंत्री खिचड़ी खिलाने की बात से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को मेन्यू के अनुसार खाना दिया जा रहा है.

लोगों को खिलाया जा रहा खिचड़ी-चोखा
बता दें कि मामला जिले के बरारी प्रखंड के उत्तरी कान्तनगर केन्द्र संख्या- 26 का है, जहां प्रशासन द्वारा लोगों को खिचड़ी चोखा खिलाया जा रहा है. इटीवी ने राहत के नाम पर इस गड़बड़ मामले को जैसे ही 3 अक्टूबर को प्रसारित किया. इसके बाद स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई और प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए. वहीं, एमडीएम प्रभारी मंजू देवी और स्थानीय मुखिया रंजीत झा ने बताया कि राशि की कमी के कारण बाढ़ पीड़ितों को मेन्यू के अनुसार से खाना नहीं परोसा जा रहा है.

ईटीवी भारत ने किया खुलासा, पेश है रिपोर्ट

'खिचड़ी-चोखा खिलाने की बात गलत'
ईटीवी भारत द्वारा मामले के खुलासा के बाद जिले के प्रभारी मंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने राहत शिविर का दौरा किया. इस दौरान मंत्री ने कई कम्युनिटी किचेन का जायजा लिया. मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी जगहों पर मेन्यू के अनुसार ही खाना दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने राहत शिविर में खिचड़ी खिलाने की बात को गलत बताया. स्थानीय लोगों ने बताया कि बाढ़ राहत शिविर में हमलोगों को खिचड़ी-चोखा दिया जा रहा है. हालांकि तस्वीरों में स्पष्ट देखा जा सकता है कि लोगों को खाने में खिचड़ी-चोखा परोसा गया है.

Katihar
खिचड़ी खाते बच्चे
Intro:......सामुदायिक किचेन में बाढ़ पीड़ितों के राहत लूट - खसोट ....। भात - दाल - सब्जी की जगह खिचड़ी - आलू दिये जाने पर सरकारी लीपापोती , प्रभारी मंत्री का सफाई मुलम्मा .....। कहा - कम्युनिटी किचेन में कहीं नहीं बाँटे जा रहे हैं खिचड़ी - आलू चोखा ....। सभी जगह फ्लड पीड़ितों के बीच दिये जा रहे हैं मेन्यू के अनुसार बढ़िया भात - दाल - सब्जी.....। ईटीवी भारत के खबर का असर .....।


Body:दरअसल , पूरा मामला बाढ़ प्रभावित कटिहार जिले के बरारी प्रखण्ड के उत्तरी कान्तनगर केन्द्र संख्या - 26 का हैं जहाँ प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे सामुदायिक किचेन में खिचड़ी - आलू दिया रहा हैं । ' ईटीवी भारत ' ने राहत के नाम पर इस गड़बड़ - झाले को जैसे ही 03.10.2019 को प्रसारित किया , वैसे ही स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गयी ....। राहत कार्य सवालों के घेरे में आ गये ....। इस मामले में केन्द्र संख्या - 26 के एमडीएम प्रभारी मंजू देवी और स्थानीय मुखिया रंजीत झा ने बताया था कि राशि की कमी की वजह से पीड़ितों को भात - दाल - सब्जी नहीं परोसी जा सकी ....। इस गड़बड़ - झाले के खुलासे के बाद असर यह हुआ कि जिले के प्रभारी मंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल मैदान में आकर मोर्चा संभाला और बताया कि उन्होंने स्वयं कई जगह कम्युनिटी किचेन का दौरा किया हैं , राहत सामग्रियों का जायजा लिया हैं लेकिन कहीं भी ऐसी बात नहीं हैं । पीड़ितों को खिचड़ी - आलू चोखा नहीं खिलाया जा रहा हैं । सभी जगह मेन्यू के हिसाब से भात - दाल - सब्जी परोसी जा रही हैं .....। जरा आप भी सुनिये , मंत्री जी लीपापोती और सफाई मुलम्मा ......। वाह , मंत्री जी....यह भुल गये कि तीसरी कैमरा झूठ नहीं बोलता और तीसरी निगाहें जो देखती हैं , वहीं जमाना भी देखता हैं । पीड़ितों के थाली में खिचड़ी - आलू चोखा और स्थानीय केन्द्र प्रभारी एवं उत्तरी कान्तनगर मुखिया की स्वीकारोक्ति को क्या कोई अपने बयान से कैसे झुठला देगा और कैसे लीपापोती हो जायेगी , जरा यह भी कोई सोचे ......।


Conclusion:कहते हैं कि " सब सैया भइल कोतवाल तो अब डर काहे का ....." जब जिले के प्रभारी मंत्री ही मामले पर लीपापोती और पर्दा डालने में लगे हों तो मामले का क्या कहना ....। इसमें दो तरह की बातें हैं कि पहला , जब कोई प्रभारी मंत्री बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरे पर होंगें तो क्या उस समय , जब पूरा प्रशासनिक अमला उसके साथ हों तो क्या कोई भला राहत में गड़बड़ी करेगा क्या .....। उस समय तो बाबुओं को ' वेल डन' की वाहवाही जो लेनी होती हैं और दूसरा क्या कोई प्रभारी मंत्री अपने ही सरकार के राहतकार्य पर उंगली उठा सकता हैं क्या ......। शायद यही वजह हैं कि बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत मद में चलाये जा रहे कम्युनिटी किचेन में भात - दाल - सब्जी की जगह खिचड़ी - आलू चोखा परोसे जाने के मामले में प्रभारी मंत्री अपने बयानों से लीपापोती में जुटे हैं ......। अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि सरकार और उसके नुमाइंदे बाढ़ पीड़ितों का कितना भला सोचते होंगे ......।
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