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कटिहार: मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कांवरिया मेले का किया उद्घाटन - मनिहारी गंगा नदी

'कटि' का अर्थ होता है 'कमर' और 'हार' का अर्थ होता है 'गहना', अर्थात जहां सती के कमर का हार गिरा है, वही कटिहार है.

कांवरिया मेला का उदघाट्न
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Published : Aug 14, 2019, 3:21 PM IST

कटिहार: जिले में सावन पूर्णिमा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. बिहार के कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कांवरिया मेले का उद्घाटन किया. जिला मुख्यालय से तीस किलोमीटर दूर मनिहारी गंगा नदी से जल लेकर रात भर पैदल चल सावन पूर्णिमा के मौके पर शिवालय में श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे.

पटना
मंत्री ने कांवरिया मेला का किया उदघाट्न

मिनी बोलबम के रूप में मंदिर का महत्व
कटिहार के दुर्गास्थान में बिहार कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार ने दीप जलाकर कांवरिया शिविर मेले का उद्घाटन किया. उन्होंने बताया कि कांवरिया सेवा समिति ने लाखों कांवरियों के लिये मेले का आयोजन किया है. हम उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. इस मौके पर कटिहार से लोकसभा सदस्य दुलाल चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि कटिहार के गोरखनाथ धाम मंदिर का महत्व मिनी बोलबम के रूप में भी है.

मंत्री ने कांवरिया मेला का किया उदघाट्न

इस वजह से पड़ा कटिहार जिले का नाम
कटिहार की धार्मिक मामलों में अपनी एक अलग पहचान है. ऐसी मान्यता है कि इस जिले का नाम भी कटिहार कुछ इसी कारण से है. कहा जाता है कि जब आकाशमार्ग से भगवान शिव, पार्वती के सती होने पर उन्हें ले जा रहे थे, तब कई स्थानों पर पार्वती के शरीर का आभूषण गिरा था. उसमें एक कटिहार भी है. 'कटि' का अर्थ होता है 'कमर' और 'हार' का अर्थ होता है 'गहना', अर्थात जहां सती के कमर का हार गिरा है, वही कटिहार है. इसलिये श्रद्धालु सावन पूर्णिमा के मौके पर पैदल तीस किलोमीटर जलभर कर स्थानीय शिव मन्दिर में जलाभिषेक करते हैं.

कटिहार: जिले में सावन पूर्णिमा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. बिहार के कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कांवरिया मेले का उद्घाटन किया. जिला मुख्यालय से तीस किलोमीटर दूर मनिहारी गंगा नदी से जल लेकर रात भर पैदल चल सावन पूर्णिमा के मौके पर शिवालय में श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे.

पटना
मंत्री ने कांवरिया मेला का किया उदघाट्न

मिनी बोलबम के रूप में मंदिर का महत्व
कटिहार के दुर्गास्थान में बिहार कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार ने दीप जलाकर कांवरिया शिविर मेले का उद्घाटन किया. उन्होंने बताया कि कांवरिया सेवा समिति ने लाखों कांवरियों के लिये मेले का आयोजन किया है. हम उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. इस मौके पर कटिहार से लोकसभा सदस्य दुलाल चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि कटिहार के गोरखनाथ धाम मंदिर का महत्व मिनी बोलबम के रूप में भी है.

मंत्री ने कांवरिया मेला का किया उदघाट्न

इस वजह से पड़ा कटिहार जिले का नाम
कटिहार की धार्मिक मामलों में अपनी एक अलग पहचान है. ऐसी मान्यता है कि इस जिले का नाम भी कटिहार कुछ इसी कारण से है. कहा जाता है कि जब आकाशमार्ग से भगवान शिव, पार्वती के सती होने पर उन्हें ले जा रहे थे, तब कई स्थानों पर पार्वती के शरीर का आभूषण गिरा था. उसमें एक कटिहार भी है. 'कटि' का अर्थ होता है 'कमर' और 'हार' का अर्थ होता है 'गहना', अर्थात जहां सती के कमर का हार गिरा है, वही कटिहार है. इसलिये श्रद्धालु सावन पूर्णिमा के मौके पर पैदल तीस किलोमीटर जलभर कर स्थानीय शिव मन्दिर में जलाभिषेक करते हैं.

Intro:.......सावन पूर्णिमा के रंग में डूबा कटिहार .....। बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह ने काँवरिया मेला का किया उद्घाटन.....। मौके पर मौजूद रहे साँसद , सचेतक और अन्य जनप्रतिनिधि.....। जिला मुख्यालय से तीस किलोमीटर दूर मनिहारी गंगा नदी से जल भरकर रातभर पैदल चल सावन पूर्णिमा के मौके पर शिवालय में जलाभिषेक की रही हैं परम्परा.....। रातभर भजन - कीर्तन के दरिया में डुबकी लगाते रहे श्रद्धालु ......।


Body:यह दृश्य कटिहार के दुर्गास्थान काँवरिया शिविर का हैं जहाँ बिहार सरकार के पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह ने दीप जलाकर और फीता काटकर काँवरिया शिविर का उद्घाटन किया .....। इस मौके पर मंत्री ने कहा कि " जेकर नाथ भोलेनाथ उ अनाथ कैसे होई " । उन्होंने बताया कि काँवरिया सेवा समिति ने लाखों काँवरिया के लिये मेले का आयोजन किया हैं , हम उन्हें हार्दिक शुभकामना देते हैं । आज की रात से कल तक काँवरिया , जो तीस किलोमीटर दूर मनिहारी के गंगातट से जलभर पैदल चलते हुए गोरखनाथ धाम मंदिर में जलाभिषेक करेगें , हम उन्हें भी शुभकामना देते हैं ....। इस मौके पर कटिहार से लोकसभा सदस्य दुलाल चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि कटिहार के गोरखनाथ धाम मंदिर का महत्व मिनी बोलबम के रूप में है और इसके विकास के लिये और कदम उठाये जायेंगें .......।


Conclusion:कटिहार की धार्मिक मामलों में अपनी पहचान हैं ....। ऐसी मान्यता हैं कि कटिहार जिले का नाम भी " कटिहार " कुछ इसी कारण पड़ा .....। बताया जाता हैं कि जब आकाशमार्ग से भगवान शिव , पार्वती के सती होने पर उन्हें ले जा रहे थे तो कई स्थानों पर पार्वती के शरीर के अंग गिर पड़े थे , उसमें एक कटिहार भी हैं ......। " कटि " का अर्थ होता हैं " कमर " और " हार " का अर्थ होता हैं " गहना " । अर्थात जहाँ सती के कमर का हार गिरा हैं , वही कटिहार हैं और इसलिये श्रद्धालु सावन पूर्णिमा के मौके पर पैदल तीस किलोमीटर जलभर कर स्थानीय शिव मन्दिर में जलाभिषेक करते हैं और कटिहार को मिनी बोलबम भी कटिहार जाता हैं .......।
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