कटिहार: बिहार के कटिहार जिले में हुए मुहर्रम हिंसा में 28 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. घटना के बाद 200 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. बता दें कि कटिहार (Crime in Katihar) में कोढ़ा थाना क्षेत्र के नेशनल हाइवे-31 (Nationa Highway-31) में मुसापुर चौक के समीप उन्मादी भीड़ (Frenzied mob) ने कानून को अपने हाथ में ले लिया था. मुहर्रम की भीड़ साइड मांगने पर बेकाबू हो गयी थी. भीड़ ने स्कॉर्पियो सवारों (Scorpio Rider) पर जानलेवा हमला कर दिया था.
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जैसे ही स्कॉर्पियो से साइड मांगा गया, वैसे ही भीड़ उग्र हो गयी. जिसे जो मिला स्कॉर्पियो पर मारने लगा था. स्कॉर्पियो में सवार परिवार पूर्णिया से इलाज कराकर कटिहार के बरारी लौट रहा था. घटना में बेदम पीड़ितों का स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (PHC) में इलाज चल रहा है. पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने पूरी घटना पर दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
बताया जा रहा है कि कटिहार के बरारी थाना क्षेत्र के मरघिया गांव के रहने वाले अमीना खातून का परिवार पूर्णिया से इलाज कराकर स्कॉर्पियो से नेशनल हाइवे-31 होते हुए कटिहार लौट रहा था. इसी दौरान मुसापुर चौक के समीप सैकड़ों की तादाद में लोग मुहर्रम का जुलूस निकाल कर्बला की ओर जा रहे थे. इसी दौरान स्कोर्पियो के ड्राइवर द्वारा किसी तरह लोगों से वाहन को निकालने के लिये साइड मांगा गया.
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फिर क्या था, चालक का साइड मांगना लोगों को नागवार गुजरा और इसे खलल मानते हुए वो बेकाबू हो गये. सैकड़ों की भीड़ कानून को अपने हाथों में लेते हुए स्कॉर्पियो पर टूट पड़ी. लाठी-डंडों से स्कॉर्पियो पर जमकर बरसात की गई. नेशनल हाइवे पर एक घंटे से अधिक समय तक ये सब चलता रहा, लेकिन किसी ने बचाव नहीं किया. किसी तरह कुछ युवकों की मदद से गाड़ी पर सवार लोगों को बाहर निकाला गया और इलाज के नजदीक के कोढ़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया.
पीड़ित परिवार के सदस्य मसूद आलम ने बताया कि बेकाबू भीड़ ने वाहन पर सवार सभी लोगों को बुरी तरह पीटा. पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. कटिहार के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने एसडीपीओ को पूरे मामले की जांच के आदेश दिये हैं और दोषियों को चिन्हित कर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.
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बता दें कि कटिहार में मुहर्रम का जुलूस निकालने की मनाही थी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने मुहर्रम के दिन सार्वजनिक स्थानों पर होनेवाले कार्यक्रम पर रोक लगा दी थी. आदेश दिया गया था कि मुहर्रम का जुलूस नहीं निकाला जायेगा. लोगों को अपने घरों में ही धार्मिक आयोजन करने को कहा गया था.
इस बाबत जिलाधिकारी उदयन मिश्र एवं पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने संयुक्त आदेश जारी किया था. डीएम ने संबंधित प्रशासनिक पुलिस पदाधिकारियों व थानाध्यक्ष को निर्देश दिया था कि वे अपने-अपने क्षेत्र के अखाड़ा आयोजकों को स्पष्ट संदेश दें कि ताजिया सार्वजनिक स्थल या इमामबाड़ा पर नहीं बनाया जायेगा.
कर्बला में किसी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने को कहा गया था. प्रखंड व अनुमंडल स्तर के शांति समिति के सदस्यों के साथ समन्वय स्थापित कर उन्हें सरकार तथा जिला प्रशासन के निर्णय से अवगत कराने के आदेश थे.
डीएम ने कहा था कि मुहर्रम त्योहार मनाने पर किसी प्रकार की रोक नहीं है. लोग अपने घरों में केवल अपने परिवार के सदस्यों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए धार्मिक आयोजन कर सकते हैं. इस बाबत डीएम ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी सीओ, थानाध्यक्ष, एसडीओ व डीएसपी को सख्त निर्देश दिया था कि सार्वजनिक स्थल, इमामबाड़ा पर ताजिया का निर्माण नहीं किया जायेगा.
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