कटिहार: बिना बॉडी प्रोटेक्टर और हेलमेट के पुलिस के जवानों को अतिक्रमण हटाओ मुहिम में कैसे भेज दिया गया. इस मामले में कटिहार के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने मुफ्फसिल थानाध्यक्ष से शो कॉज मांगा है. पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया है कि यह स्पष्टीकरण विभागीय स्तर से मांगी गई है.
दरअसल, पूरा मामला जिले के मुफ्फसिल थाना इलाके का है. जहां स्थानीय ताजगंज फसिया टोला इलाके में सड़क किनारे बने अवैध तरीके से झुग्गी-झोपड़ी अतिक्रमण हटाने के दौरान लोगों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया. अंचालाधिकारी समेत अन्य अधिकारी पिटाई की डर से मौके की नजाकत को समझते हुए घटनास्थल से भाग निकले. नतीजतन पुलिस के जवान बुरी तरह हमलावरों के शिकार हुए. घायल पुलिस के जवानों में एएसआई मनोज कुमार की पटना में इलाज के दौरान मौत हो गयी.
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पुलिस एसोसिएशन ने की थी घटना की जांच की मांग
इस घटना के बाद बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन और पुलिस एसोसिएशन ने पुलिस अधिकारियों से मांग की थी कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए. किस तरह जवानों को बिना बॉडी प्रोटेक्टर, हेलमेट या अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों के पुलिस टीम को घटनास्थल में कैसे भेजा गया. जबकि विभागीय स्तर पर इस तरह के मामलों में एहतियात के साथ जवानों को फील्ड में भेजने का प्रावधान है.
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अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार
दूसरी ओर, पुलिस ने इस मामले में सदर अंचल पदाधिकारी के आवेदन पर 17 नामजद समेत 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस टीम पर हमला बोलने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज किया गया है. जिसमें अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है.