कटिहार: लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियां चरम पर हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव में दमखम दिखाने के लिए जुटी हुई हैं. कटिहार संसदीय सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होगा. इस बार का मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प है.
कौन-कौन मैदान में
बीजेपी की परंपरागत सीट जदयू के खाते में चली गई है और जेडीयू ने दुलाल चंद गोस्वामी को अपना उम्मीदवार है. वह पहली बार लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ 5 बार सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर मैदान में हैं.
मोदी लहर के बावजूद जीते थे तारिक
2014 में मोदी लहर के बावजूद चुनाव में एनसीपी के टिकट पर तारिक अनवर ने 1,14,740 वोटों से जीत दर्ज की थी. तारिक अनवर को कुल मिलाकर 4,31,172 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार निखिल कुमार चौधरी को हराया था. लेकिन इस बार यह समीकरण बदल गया है. तारिक के सामने जदयू के प्रत्याशी दुलाल गोस्वामी हैं.
जीत का दावा
पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे जदयू के उम्मीदवार दुलाल चंद गोस्वामी ने बताया कि हर हाल में कटिहार से एनडीए के प्रत्याशी को जिताने के लिए कार्यकर्ता बूथ स्तर पर तैयार हो गए हैं. वहीं तारिक अनवर ने भी पूर्ण बहुमत का दावा किया है.
कटिहार का राजनीतिक इतिहास
1957 में जूट नगरी कटिहार में पहली बार लोकसभा का चुनाव हुआ था. जिसमें कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह यहां से पहले सांसद बने. वहीं पिछले 25 वर्षों से कटिहार सीट के लिए तारीक अनवर और निखिल चौधरी ही आमने-सामने होते आ रहे थे. तारिक अनवर 1980 से कटिहार सीट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं. जिसमें वह 11 बार मैदान में उतरे और 5 बार सांसद बने. वहीं बीजेपी के निखिल चौधरी 1996 से कुल 6 बार चुनाव लड़े और इस दौरान वह तीन बार सांसद बने.
कितने मतदाता
कटिहार संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र है. यहां कुल 16,45,713 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसमें 872,213 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 7,73,884 है. अन्य मतदाताओं की संख्या 98 है.
जातीय समीकरण
बात करते हैं जातीय समीकरण की तो कटिहार लोकसभा क्षेत्र में
- 4% अनुसूचित जाति व जनजाति हैं.
- 40% मुस्लिम हैं.
- 11% यादव हैं.
- 5% सवर्ण जाति के हैं.
- 35% पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग के लोग हैं.
- वहीं 5 प्रतिशत अन्य लोग भी हैं.
बीजेपी की पकड़
2015 विधानसभा चुनाव में कटिहार संसदीय क्षेत्र की 6 विधानसभा सीटों पर 2 सीटें बीजेपी के खाते में 1 राजद के खाते में, एक सीपीआई के खाते में और 2 सीटें कांग्रेस के खाते में गईं
तारिक अनवर की राजनीतिक यात्रा
तारिक अनवर 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार कटिहार संसदीय सीट से सांसद बने. वहीं 1984,1996,1998 में कांग्रेस के टिकट पर उन्हें जीत मिली. 1999 में वह कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गए. 2014 में एनसीपी के टिकट पर वह पांचवी बार सांसद बने.
दुलाल चंद गोस्वामी की राजनीतिक यात्रा
दुलाल चंद ने 1989 में राजनीति में एंट्री की. 1995 में यह पहली बार बलरामपुर विधानसभा से विधायक बने. वहीं दूसरी बार 2010 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बलरामपुर विधानसभा से विधायक का चुनाव जीते. इस दौरान इन्हें नीतीश सरकार में श्रम संसाधन मंत्रालय दिया गया.
कटिहार संसदीय क्षेत्र में चुनावी मुद्दे
- कटिहार जूट मिल
- बाढ़
- कटाव
- विस्थापन
- पेयजल