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कटिहार: दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान, जानें क्या कहता है राजनीतिक समीकरण - 2019 election

बीजेपी की परंपरागत सीट जदयू के खाते में चली गई है और जेडीयू ने दुलाल चंद गोस्वामी को अपना उम्मीदवार है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से तारिक अवनवर मैदान में हैं.दूसरे चरण में होनी है कटिहार में वोटिंग, जानें क्या कहता है समीकरण

कटिहार जिले की तस्वीर
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Published : Apr 14, 2019, 10:02 AM IST

कटिहार: लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियां चरम पर हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव में दमखम दिखाने के लिए जुटी हुई हैं. कटिहार संसदीय सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होगा. इस बार का मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प है.

कौन-कौन मैदान में
बीजेपी की परंपरागत सीट जदयू के खाते में चली गई है और जेडीयू ने दुलाल चंद गोस्वामी को अपना उम्मीदवार है. वह पहली बार लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ 5 बार सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर मैदान में हैं.

मोदी लहर के बावजूद जीते थे तारिक
2014 में मोदी लहर के बावजूद चुनाव में एनसीपी के टिकट पर तारिक अनवर ने 1,14,740 वोटों से जीत दर्ज की थी. तारिक अनवर को कुल मिलाकर 4,31,172 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार निखिल कुमार चौधरी को हराया था. लेकिन इस बार यह समीकरण बदल गया है. तारिक के सामने जदयू के प्रत्याशी दुलाल गोस्वामी हैं.

दुलाल चंद गोस्वामी

जीत का दावा
पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे जदयू के उम्मीदवार दुलाल चंद गोस्वामी ने बताया कि हर हाल में कटिहार से एनडीए के प्रत्याशी को जिताने के लिए कार्यकर्ता बूथ स्तर पर तैयार हो गए हैं. वहीं तारिक अनवर ने भी पूर्ण बहुमत का दावा किया है.

कटिहार का राजनीतिक इतिहास
1957 में जूट नगरी कटिहार में पहली बार लोकसभा का चुनाव हुआ था. जिसमें कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह यहां से पहले सांसद बने. वहीं पिछले 25 वर्षों से कटिहार सीट के लिए तारीक अनवर और निखिल चौधरी ही आमने-सामने होते आ रहे थे. तारिक अनवर 1980 से कटिहार सीट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं. जिसमें वह 11 बार मैदान में उतरे और 5 बार सांसद बने. वहीं बीजेपी के निखिल चौधरी 1996 से कुल 6 बार चुनाव लड़े और इस दौरान वह तीन बार सांसद बने.

कितने मतदाता
कटिहार संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र है. यहां कुल 16,45,713 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसमें 872,213 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 7,73,884 है. अन्य मतदाताओं की संख्या 98 है.

कटिहार जूट मील

जातीय समीकरण
बात करते हैं जातीय समीकरण की तो कटिहार लोकसभा क्षेत्र में

  • 4% अनुसूचित जाति व जनजाति हैं.
  • 40% मुस्लिम हैं.
  • 11% यादव हैं.
  • 5% सवर्ण जाति के हैं.
  • 35% पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग के लोग हैं.
  • वहीं 5 प्रतिशत अन्य लोग भी हैं.

बीजेपी की पकड़
2015 विधानसभा चुनाव में कटिहार संसदीय क्षेत्र की 6 विधानसभा सीटों पर 2 सीटें बीजेपी के खाते में 1 राजद के खाते में, एक सीपीआई के खाते में और 2 सीटें कांग्रेस के खाते में गईं

तारिक अनवर की राजनीतिक यात्रा
तारिक अनवर 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार कटिहार संसदीय सीट से सांसद बने. वहीं 1984,1996,1998 में कांग्रेस के टिकट पर उन्हें जीत मिली. 1999 में वह कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गए. 2014 में एनसीपी के टिकट पर वह पांचवी बार सांसद बने.

दुलाल चंद गोस्वामी की राजनीतिक यात्रा
दुलाल चंद ने 1989 में राजनीति में एंट्री की. 1995 में यह पहली बार बलरामपुर विधानसभा से विधायक बने. वहीं दूसरी बार 2010 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बलरामपुर विधानसभा से विधायक का चुनाव जीते. इस दौरान इन्हें नीतीश सरकार में श्रम संसाधन मंत्रालय दिया गया.

कटिहार संसदीय क्षेत्र में चुनावी मुद्दे

  • कटिहार जूट मिल
  • बाढ़
  • कटाव
  • विस्थापन
  • पेयजल

कटिहार: लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियां चरम पर हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव में दमखम दिखाने के लिए जुटी हुई हैं. कटिहार संसदीय सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होगा. इस बार का मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प है.

कौन-कौन मैदान में
बीजेपी की परंपरागत सीट जदयू के खाते में चली गई है और जेडीयू ने दुलाल चंद गोस्वामी को अपना उम्मीदवार है. वह पहली बार लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ 5 बार सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर मैदान में हैं.

मोदी लहर के बावजूद जीते थे तारिक
2014 में मोदी लहर के बावजूद चुनाव में एनसीपी के टिकट पर तारिक अनवर ने 1,14,740 वोटों से जीत दर्ज की थी. तारिक अनवर को कुल मिलाकर 4,31,172 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार निखिल कुमार चौधरी को हराया था. लेकिन इस बार यह समीकरण बदल गया है. तारिक के सामने जदयू के प्रत्याशी दुलाल गोस्वामी हैं.

दुलाल चंद गोस्वामी

जीत का दावा
पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे जदयू के उम्मीदवार दुलाल चंद गोस्वामी ने बताया कि हर हाल में कटिहार से एनडीए के प्रत्याशी को जिताने के लिए कार्यकर्ता बूथ स्तर पर तैयार हो गए हैं. वहीं तारिक अनवर ने भी पूर्ण बहुमत का दावा किया है.

कटिहार का राजनीतिक इतिहास
1957 में जूट नगरी कटिहार में पहली बार लोकसभा का चुनाव हुआ था. जिसमें कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह यहां से पहले सांसद बने. वहीं पिछले 25 वर्षों से कटिहार सीट के लिए तारीक अनवर और निखिल चौधरी ही आमने-सामने होते आ रहे थे. तारिक अनवर 1980 से कटिहार सीट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं. जिसमें वह 11 बार मैदान में उतरे और 5 बार सांसद बने. वहीं बीजेपी के निखिल चौधरी 1996 से कुल 6 बार चुनाव लड़े और इस दौरान वह तीन बार सांसद बने.

कितने मतदाता
कटिहार संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र है. यहां कुल 16,45,713 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसमें 872,213 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 7,73,884 है. अन्य मतदाताओं की संख्या 98 है.

कटिहार जूट मील

जातीय समीकरण
बात करते हैं जातीय समीकरण की तो कटिहार लोकसभा क्षेत्र में

  • 4% अनुसूचित जाति व जनजाति हैं.
  • 40% मुस्लिम हैं.
  • 11% यादव हैं.
  • 5% सवर्ण जाति के हैं.
  • 35% पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग के लोग हैं.
  • वहीं 5 प्रतिशत अन्य लोग भी हैं.

बीजेपी की पकड़
2015 विधानसभा चुनाव में कटिहार संसदीय क्षेत्र की 6 विधानसभा सीटों पर 2 सीटें बीजेपी के खाते में 1 राजद के खाते में, एक सीपीआई के खाते में और 2 सीटें कांग्रेस के खाते में गईं

तारिक अनवर की राजनीतिक यात्रा
तारिक अनवर 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार कटिहार संसदीय सीट से सांसद बने. वहीं 1984,1996,1998 में कांग्रेस के टिकट पर उन्हें जीत मिली. 1999 में वह कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गए. 2014 में एनसीपी के टिकट पर वह पांचवी बार सांसद बने.

दुलाल चंद गोस्वामी की राजनीतिक यात्रा
दुलाल चंद ने 1989 में राजनीति में एंट्री की. 1995 में यह पहली बार बलरामपुर विधानसभा से विधायक बने. वहीं दूसरी बार 2010 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बलरामपुर विधानसभा से विधायक का चुनाव जीते. इस दौरान इन्हें नीतीश सरकार में श्रम संसाधन मंत्रालय दिया गया.

कटिहार संसदीय क्षेत्र में चुनावी मुद्दे

  • कटिहार जूट मिल
  • बाढ़
  • कटाव
  • विस्थापन
  • पेयजल
Intro:कटिहार

लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी चरम पर है। सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव में दमखम दिखाने के लिए जुट गए हैं। दूसरे चरण में 18 अप्रैल को कटिहार संसदीय सीट के लिए चुनाव होने हैं। इस बार का मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प होने की उम्मीद है। बीजेपी के परंपरागत सीट जदयू के खाते में चली गई जिसके उम्मीदवार दुलाल चंद गोस्वामी है जो पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं वहीं दूसरी और 5 बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारीक अनवर हैं।


Body:2014 में मोदी लहर के बावजूद चुनाव में एनसीपी के टिकट पर तारिक अनवर 114740 वोट से जीत दर्ज की थी। तारीक अनवर को कुल मिलाकर 431172 वोट मिले थे और उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार निखिल कुमार चौधरी को हराया था। लेकिन इस बार यह समीकरण बदल गया है तारीक अनवर के सामने जदयू के प्रत्याशी दुलाल गोस्वामी होंगे।

पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे जदयू के उम्मीदवार दुलाल चंद गोस्वामी ने बताया हर हाल में कटिहार से एनडीए के प्रत्याशी को जिताने के लिए कार्यकर्ता बूथ स्तर तक तैयार हो गए हैं वहीं तारिक अनवर ने भी महा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज करने की बात कही और बताया इस बार महागठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलेगी।

जूट नगरी कटिहार में पहली बार लोकसभा का चुनाव 1957 में हुई थी जिसमें कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह ने जीत दर्ज कर सांसद बने। वहीं पिछले 25 वर्षों से कटिहार सीट के लिए तारीक अनवर और निखिल चौधरी ही आमने-सामने होते आ रहे थे तारिक अनवर 1980 से कटिहार सीट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं जिसमें उन्होंने 11 बार मैदान में उतरे और 5 बार सांसद बने वहीं बीजेपी के निखिल चौधरी 1996 से कूल 6 बार चुनाव लड़े और इस दौरान उन्होंने तीन बार सांसद बने और केंद्रीय मंत्री बनने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ हालांकि 2019 में टिकट नहीं मिलने के बाद भी इन्होंने एनडीए के उम्मीदवार दुलाल चंद्र गोस्वामी को जिताने का भरोसा दिलाया।


Conclusion:कटिहार संसदीय क्षेत्र अंतर्गत 6 विधानसभा क्षेत्र आता है यहां कुल 1645713 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे इसमें 8722131 पुरुष मतदाता है जबकि 773884 महिला मतदाताओं की संख्या है। अन्य मतदाताओं की संख्या 98 है। कटिहार में पुरुष मतदाता 136921व महिला मतदाता 122705 है जबकि इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 259640 मतदाता है। कदवा में पुरुष मतदाता 138597 व महिला मतदाता 122673 है। यहां कुल 261233 मतदाता हैं। बलरामपुर 167304 व 148692 पुरुष व महिला मतदाता है। इस क्षेत्र में कुल मतदाता 316013 है। प्राणपुर विधानसभा में 149855 पुरुष व 133718 महिला मतदाता है। यहां कुल 283602 मतदाता है। अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित मनिहारी विधानसभा में 144676 पुरुष व 127396 महिला मतदाता है। इस क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 271691 हैं। इसी तरह बरारी विधानसभा क्षेत्र में पुरुष मतदाता 134823 और महिला 118700 है। इस क्षेत्र में कुल 253343 मतदाता है।

बात करते हैं जातीय समीकरण की तो कटिहार लोकसभा क्षेत्र में 4% अनुसूचित जाति व जनजाति है। 40% मुस्लिम है।11% यादव है। 5% स्वर्ण जाति के हैं। 35% पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग के लोग हैं। वहीं 5 प्रतिशत अन्य लोग भी हैं।

2015 विधानसभा चुनाव में कटिहार संसदीय क्षेत्र के 6 सीटों पर 2 सीट बीजेपी के खाते में एक राजद के खाते में, एक सीपीआई के खाते में तो 2 सीट कांग्रेस के खाते में गई।

वर्तमान सांसद तारिक अनवर का राजनीतिक यात्रा।

1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार कटिहार संसदीय सीट से सांसद बने वहीं दूसरी बार 1984 में कांग्रेस के टिकट पर तीसरी बार 1996 में कांग्रेस के टिकट पर चौथी बार 1998 में कांग्रेस के टिकट पर 1999 में कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में चले गए वही 2014 में एनसीपी के टिकट पर पांचवी बार सांसद बने।

एनडीए उम्मीदवार दुलाल चंद्र गोस्वामी का राजनीतिक यात्रा।

1989 में राजनीति में एंट्री मारे। 1995 में इन्हें पहली बार बलरामपुर विधानसभा से विधायक बनने का मौका मिला। वही दूसरी बार 2010 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बलरामपुर विधानसभा से विधायक का चुनाव जीता। इस दौरान इन्हें नीतीश सरकार द्वारा श्रम संसाधन मंत्रालय दिया गया।

कटिहार संसदीय क्षेत्र में चुनावी मुद्दे।

कटिहार जूट मिल
बाढ़
कटाव
विस्थापन
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