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कटिहार में सामूहिक विवाह समारोह, परिणय सूत्र में बंधे 3 दिव्यांग जोड़े - handicapped of katihar

कोसी क्षेत्रीय विधवा विकलांग कल्याण समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया जाता है. इसी क्रम में गायत्री विधि विधान से तीन दिव्यांगों का विवाह संपन्न कराया गया.

कटिहार
सामूहिक विवाह समारोह
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Published : Dec 7, 2019, 11:03 PM IST

कटिहार: शहर के जैन अतिथि भवन में दिव्यांग जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कोसी क्षेत्रीय विकलांग विधवा वृद्ध कल्याण समिति के आयोजन में तीन दिव्यांग जोड़ों ने सात फेरे लिए. सामूहिक विवाह को लेकर शहर में बारात भी निकली और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. मौके पर जिले के गणमान्य भी विवाह समारोह में शामिल हुए.

गायत्री विधि विधान से संपन्न विवाह
दरअसल, कोसी क्षेत्रीय विधवा विकलांग कल्याण समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया जाता है. इसी क्रम में गायत्री विधि विधान से तीन दिव्यांगों का विवाह संपन्न कराया गया. साथ ही मौके पर दिव्यांग जोड़ों को दैनिक उपयोग की सामग्री उपहार स्वरूप दिया गया. जय माता दी संस्थान की अध्यक्षा नीलम लक्षवानी ने बताया कि दिव्यांगजनों का विवाह कराकर उन्हें बहुत अच्छा लगता है.

पेश है एक रिपोर्ट

नगरवासियों को दिया धन्यवाद
वहीं, खुशी के मौके पर कोसी क्षेत्रिय विधवा विकलांग कल्याण समिति के अध्यक्ष विनय भूषण पासवान बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष संस्था की ओर से दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया जाता है. उनका एक ही उद्देश्य है कि दिव्यांग जनों की जिंदगी में भी खुशहाली आए. साथ ही उन्होंने विवाह समारोह आयोजन के लिए नगरवासियों को धन्यवाद दिया.

कटिहार: शहर के जैन अतिथि भवन में दिव्यांग जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कोसी क्षेत्रीय विकलांग विधवा वृद्ध कल्याण समिति के आयोजन में तीन दिव्यांग जोड़ों ने सात फेरे लिए. सामूहिक विवाह को लेकर शहर में बारात भी निकली और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. मौके पर जिले के गणमान्य भी विवाह समारोह में शामिल हुए.

गायत्री विधि विधान से संपन्न विवाह
दरअसल, कोसी क्षेत्रीय विधवा विकलांग कल्याण समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया जाता है. इसी क्रम में गायत्री विधि विधान से तीन दिव्यांगों का विवाह संपन्न कराया गया. साथ ही मौके पर दिव्यांग जोड़ों को दैनिक उपयोग की सामग्री उपहार स्वरूप दिया गया. जय माता दी संस्थान की अध्यक्षा नीलम लक्षवानी ने बताया कि दिव्यांगजनों का विवाह कराकर उन्हें बहुत अच्छा लगता है.

पेश है एक रिपोर्ट

नगरवासियों को दिया धन्यवाद
वहीं, खुशी के मौके पर कोसी क्षेत्रिय विधवा विकलांग कल्याण समिति के अध्यक्ष विनय भूषण पासवान बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष संस्था की ओर से दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया जाता है. उनका एक ही उद्देश्य है कि दिव्यांग जनों की जिंदगी में भी खुशहाली आए. साथ ही उन्होंने विवाह समारोह आयोजन के लिए नगरवासियों को धन्यवाद दिया.

Intro:कटिहार


जिले में चल रही दिव्यांगों के लिए संस्था की अनोखी पहल, तीन जोड़े दिव्यांगों का कराया गया सामूहिक विवाह, गायत्री रीति और हिंदू रीति रिवाज से किया गया विवाह संपन्न, जिले के गन्यमाण लोग भी विवाह समारोह में हुए शामिल। प्रत्येक वर्ष संस्था के द्वारा दिव्यांग जोड़े का कराया जाता है सामूहिक विवाह।


Body:कटिहार में दिव्यांगों के लिए चल रही संस्था कोसी क्षेत्रीय विकलांग वृद्ध विधवा कल्याण स्वयंसेवी संस्था ने अनोखी पहल की है। दरअसल इस संस्था के द्वारा प्रत्येक वर्ष दिव्यांगों की सामूहिक विवाह कराई जाती है जिसमें जिले के दिव्यांगों की सूची बना उनकी आपसी रजामंदी के बाद विवाह संपन्न कराई जाती है। इस वर्ष कुल 3 जोड़े सामूहिक विवाह में शामिल होकर परिणय सूत्र में बंधे हैं।

शहर के जैन भवन में पूरे विधि विधान के साथ तीन दिव्यांग जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। बता दे कि इस विवाह समारोह में जिले के सभी बुद्धिजीवी संस्था को सहयोग करते हैं ताकि दिव्यांगों के जीवन में भी खुशीहाली आ सके। गायत्री विधि विधान से विवाह समारोह में वर वधु को दैनिक उपयोग में आने वाली सामग्री भी उपहार स्वरूप समाज के द्वारा सहयोग से दिया जाता है।

कोसी क्षेत्रीय विधवा विकलांग कल्याण समिति संस्था में विवाह से पूर्व रजिस्ट्रेशन करानी पड़ती है जिसमें लड़की का उम्र 19 वर्ष से ऊपर तथा लड़का का 21 वर्ष से अधिक होना अनिवार्य है। वही इस विवाह के रजामंदी के लिए वर और वधु के अभिभावकों एवं उनके माता-पिता की सहमति होना जरूरी होता है।

सामूहिक विवाह को संपन्न कराने में अहम योगदान निभाने वाली एनडीएन माता की चौकी जय माता दी संस्था की अध्यक्ष नीलम लक्षमानी बताती है दिव्यांग जनों की विवाह कराकर तथा उन्हें सेवा कर कर बहुत अच्छा लगता है। जब से संस्था की ओर से दिव्यांग जनों का सामूहिक विवाह कराया जाता है तब से ही इनकी संस्था इसमें सहयोग देते हैं। उन्होंने बताया जब तक शरीर में अंतिम सांस रहेगी तब तक दिव्यांग जनों की सेवा करते रहेंगे।


Conclusion:इस खुशी के मौके पर कोसी क्षेत्रिय विधवा विकलांग कल्याण समिति के अध्यक्ष विनय भूषण पासवान बताते हैं प्रत्येक वर्ष इस संस्था के द्वारा दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया जाता है। उनका एक ही उद्देश्य है कि दिव्यांग जनों के जिंदगी में भी खुशहाली आए। और वैसे लोग भी अपनी जिंदगी खुशी पूर्वक बिताये। उन्होंने बताया प्रत्येक वर्ष इनका संस्था के द्वारा दिव्यांगों का सामूहिक विवाह संपन्न कराते हैं इस वर्ष कुल 3 जोड़े सामूहिक विवाह के परिणय सूत्र में बंधे हैं। इस विवाह समारोह के आयोजन के लिए इन्होंने पूरे नगर वासी और बुद्धिजीवियों को धन्यवाद दिया है कि इस तरह के मुहिम में लोगों का साथ मिलते आ रहा है।
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