कटिहार: जिले के कुर्सेला प्रखंड स्थित कटारिया त्रिमुहानी गंगा-कोसी संगम तट का रूप अब निखरने लगा है. पर्यटन विभाग की ओर से तीन करोड़ रुपये की लागत से यहां विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. इससे आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलेगी.
गंगा और कोसी नदी का संगम स्थल जिले का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र है. इसके विकास को लेकर लंबे समय से मांग हो रही थी. इस जगह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए बरारी से पूर्व राजद विधायक नीरज यादव की ओर से पहल की गई थी. जिसके बाद बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने यहां के विकास को लेकर तीन करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की. अब यहां पर निर्माण कार्य चल रहा है.
संगम तट पर भवन का हो रहा निर्माण
एनएच 31 के किनारे स्थित संगम तट काफी आकर्षक है. यहां से गुजरने वाले लोगों को यह अपनी ओर आकर्षित करता है. इसके विकास से इस क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार का सृजन होगा. गंगा-कोसी संगम स्थल के पास श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भवन का निर्माण कराया जा रहा है. वहीं, गंगा तट पर विभिन्न अनुष्ठान के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सुविधा मिलेगी.
संगम तट के विकास से लोगों में खुशी
गंगा-कोसी संगम तट के विकास कार्य से स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कटारिया त्रिमुहानी गंगा-कोसी संगम तट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पूर्व विधायक नीरज यादव की ओर से भवन निर्माण कार्य किए गए हैं ताकि यहां पर सालों भर पर्यटक और श्रद्धालु आते रहें. हालांकि संगम तट पर आने के लिए सड़क नहीं है. इसको लेकर स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों से जल्द सड़क बनवाने की मांग कर रहे हैं.
मानचित्र पर रखेगा अपनी अलग पहचान
कटिहार के सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने गंगा-कोसी संगम स्थल के विकास को लेकर कहा कि बिहार सरकार की ओर से वहां पर भवन का निर्माण कराया जा रहा है. जल्द ही वहां तक पहुंचने वाली सड़क का निर्माण कराया जाएगा. उसके लिए हम सभी लगे हुए हैं. इस जगह को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा. पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होने के बाद कुर्सेला संगम तट पर्यटन मानचित्र पर अपनी अलग पहचान रखेगा.
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उत्तरवहिनी गांगा का है काफी धर्मिक महत्व
बता दें कि उत्तरवाहिनी गंगा के इस संगम का काफी धार्मिक महत्व है. कुर्सेला स्थित संगम तट पर महात्मा गांधी की अस्थि का विसर्जन किया गया था. इस वजह से भी इसका विशेष महत्व है. यहां महात्मा गांधी के समाधि स्थल का भी निर्माण कराया जा रहा है.