कटिहारः सीएम नीतीश ने साल 2020 में जल जीवन हरियाली योजना के तहत जिस कटिहार के प्रसिद्ध चमरू पोखर पहुंच करोड़ों रुपये की लागत से जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण योजना का शिलान्यास किया था. आज यह जगह बाबुओं की लापरवाही की भेंट चढ़ गया है. करोड़ों की सरकारी राशि पानी की तरह बहाने के बावजूद अब तक इस जगह पर एक भी पर्यटक ना तो झांकने पहुंचे हैं और ना ही यह जगह टूरिस्ट प्लेस के रूप में अपनी जगह बना पाया है.
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जल जीवन हरियाली योजना के तहत हुआ था शिलान्यास
कटिहार के चमरू पोखर की प्राकृतिक सुंदरता ऐसी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसके कायल हो गए थे. चौदह तालाबों की अनोखी श्रृंखला और इसके किनारे सैकड़ों की तादाद में लगे पेड़ों की हरियाली देखते ही बनती है. सीएम नीतीश कुमार के कानों तक जब इसकी चर्चा पहुँची तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 07 जनवरी 2020 को खुद अपने काफिले के साथ यहां पहुंचकर करोड़ों रुपये की लागत से जल जीवन हरियाली योजना के तहत इसके जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण योजना की शिलान्यास की थी.
बारह तालाब पूरी तरह सूखे
सीएम के हाथों शिलान्यास होने के बावजूद आज भी यह जगह अपनी बदहाली पर चार-चार आंसू रो रहा है. बेतरतीब उगे जंगल और कचड़े सरकारी लापरवाही की दास्तां बताने को काफी हैं. अप्रैल महीने में ही चौदह तालाबों में बारह तालाब पूरी तरह सूख चुके हैं और जो बचे हैं , वह भी सूखने के कगार पर हैं. स्थानीय ग्रामीण मो. छग्गु बताते हैं कि जब नीतीश बाबू आये थे तो बाबुओं ने दिनरात एक करके इसे चकाचक करवा डाला था. लेकिन उसके बाद कोई झांकने तक नहीं आया. स्थानीय ग्रामीण मो. सज्जाद बताते हैं कि बदहाली ऐसी है कि अब तक एक भी पर्यटक यहां देखने तक नहीं पहुंचे.