कैमूर: जिले के भभुआ में एक एनजीओं के द्वारा नौकरी देने के नाम पर महिलाओं से ठगी करने का मामला सामना आया है. जानकारी के अनुसार, यह एनजीओ महिलाओं को बचपन बचाओ परियोजना के तहत नौकरी लगाने का झांसा देकर उनसे पदों के हिसाब से 5 हजार से लेकर 25 हजार तक की वसूली करती थी. लेकिन गनीमत रही कि महिलाओं को एनजीओं के इरादों का पता चल गया और वे इस एनजीओ गिरोह की दो महिलाओं को पकड़कर जिला मुख्यालय पहुंच गईं. इस एनजीओं ने करीब 1500 महिलाओं से नौकरी के नाम पर ठगी की है.
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सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर वसूलते थे पैसा
जानकारी के अनुसार, बाल विकास शिक्षण संस्थान के बचपन बचाओ परियोजना के तहत सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर इस एनजीओं ने कई महिलाओं से ठगी की है. एनजीओं वाले महिलाओं से पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के कई पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर महिलाओं से पोस्ट के अनुसार 5 हजार से 25 हजार तक रुपये की डिमांड करते थे. इस एनजीओं के झांसे में करीब 1500 महिलाएं आ चुकी थी. बताया जा रहा है कि एनजीओ का संचालक राजेश कुमार सिंह एक माह पहले फर्जीवाड़ा के आरोप में जेल जा चुका है. यह एनजीओ का हेड ऑफिस भभुआ के अलावा यूपी के सोनभद्र जिले के राबर्ट्सगंज में भी है.
खूब हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
बताया जाता है कि एनजीओं से ठगी का शिकार हुई महिलाएं अपनी बात को लेकर जिला मुख्यालय एसपी से गुहार लगाने पहुंची थीं. वहीं पर इन महिलाओं को एनजीओं की दो अन्य महिलाएं मिल गई. जिसके बाद 50 की संख्या में पहुंची पीड़ित महिलाओं का सब्र टूट गया और उन्होंने एनजीओं की महिलाओं को पकड़ लिया और घसीटते हुए एसपी के सामने पहुंच गईं. पीड़ित महिलाओं ने एसपी से कहा कि उनके साथ हुए फर्जीवाड़े का पैसा वापस करवाया जाए. इस दौरन जिला मुख्यालय में बहुत देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा भी देखने को मिला.
पुलिस कर रही है मामले की जांच
इस पूरे मामले के बारे में बताते हुए एसपी राकेश कुमार ने जानकारी दी कि इस मामले में पहले से ही एनजीओ का एक सदस्य जेल में बंद है. आज दो महिलाओं को कुछ महिलाएं पकड़ कर लाई हैं. उन्होंने कहा कि एनजीओ सरकारी नौकरी के नाम पर अवैध वसूली कर रहा था. मामले को लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है.