कैमूर: ईटीवी भारत के खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है. खुलेआम ओवरलोडिंग और अवैध बालू निकासी के मामले में खनन और भूतत्व मंत्री बृजकिशोर बिन्द ने कहा कि इसमें शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई करेंगे.
ताख पर नियम-कानून!
दरअसल, जिले में तमाम नियम-कानून को ताख पर रखकर ओवरलोडिंग का खेल खुलेआम खेला जा रहा है. इसे रोकने के लिए जिग-जैग टीम बनाई गई, जिसमें 3 शिफ्ट में 24 घंटे मजिस्ट्रेट तैनात किए गए ताकि ओवरलोडिंग पर काबू पाया जा सके. लेकिन 31 जनवरी से स्थापित इस टीम के सामने से 10 दिनों में एनएचएआई के आंकड़े के मुताबिक 3700 से अधिक ओवरलोडेड गाड़ियां गुजर गईं.
ईटीवी भारत की पड़ताल में खुली कलई
ईटीवी भारत ने प्रमुखता से ग्राउंड जीरो पर जाकर कैमूर में ओवरलोडिंग के खेल की पड़ताल की और मामला प्रकाश में आया. पड़ताल में दिखाया गया कि ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए तैनात टीम के सामने से किस तरह ओवरलोडेड गाड़ियां गुजरती हैं.
संलिप्त अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई- खनन मंत्री
इसके बाद बिहार सरकार के खनन और भूतत्व मंत्री बृजकिशोर बिन्द ने खबर को संज्ञान में लेते हुए कहा कि उन्होंने जिग-जैग टीम का निर्माण इन हरकतों पर काबू पाने के लिए करवाया था, लेकिन एनएचएआई के आंकड़ों को गलत नहीं ठहराया जा सकता.
पटना में हाई लेवल मीटिंग की तैयारी
मंत्री ने सख्त शब्दों में कहा कि यदि खनन विभाग से संबंधित किसी भी जिले का कोई अधिकारी अवैध बालू निकासी या ओवरलोडिंग में संलिप्त पाया जाता है तो निसंदेह और निश्चित कार्रवाई की जाएगी, ताकि सरकार को राजस्व का कोई नुकसान न हो. मंत्री ने यह भी कहा कि इस समस्या के संबंध में जल्द ही पटना में हाई लेवल मीटिंग की जाएगी.