कैमूर(भभुआ): बिहार के कैमूर जिला में जच्चा-बच्चा की मौत पर मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में परिजनों ने हंगामा (Ruckus In Kaimur) किया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मां और बच्चे की मौत (Death of Mother And Child in Kaimur) हुई है. परिजन लगातार डॉक्टरों के लापरवाही की जांच कर सजा की मांग कर रहे हैं. वहीं मोहनिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर बदरुद्दीन ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है, ना ही किसी परिजनों की ओर से कोई आवेदन मिला है.
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"मैं पत्नी को लेकर मोहनिया अनुमंडल अस्पताल में आया था, जहां डॉक्टरों के लापरवाही बरतते हुए पहले जांच कराने के लिए मुझे बाहर भेज दिया. इसके बाद मैंने अपनी बीबी का ब्लड टेस्ट बाहर करवाया और रिपोर्ट को लेकर अपनी बीबी के साथ अनुमंडल अस्पताल में पहुंचा. रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर उसे डिलीवरी रूम में ले गए, जहां देर होने के कारण मेरा बच्चा-मृत पैदा हुआ. उसके बाद मेरी बीवी की भी ब्लडिंग चालू हो गई. इसके बाद डॉक्टरों ने मेरी बीवी को हायर सेंटर रेफर कर दिया, लेकिन हायर सेंटर पहुंचने से पहले ही बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई."-असलम खलीफा, मृत रेहाना बीवी के पति
"अभी तक यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है. ना ही किसी तरह का आवेदन मिला है. अगर यह मामला मेरे संज्ञान में आता है, तो इसपर जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई कि जाएगी."-डॉ बदरुद्दीन उपाधीक्षक, मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल
दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांगः मृतक की पहचान मोहनिया थाना क्षेत्र के भिट्टी गांव निवासी असलम खलीफा की 22 वर्षीय पत्नी रेहाना बीवी के रूप में की गई. मृतक के पति ने बताया कि मेरी बीवी का डिलीवरी होने वाला था. यह बहुत बड़ी लापरवाही है. मैं यहां के स्वास्थ्य विभाग प्रशासन और बिहार सरकार से मांग करता हूं कि इस मामले की जांच कर वैसे डॉक्टरों को चिह्नित कर उन पर उचित कार्रवाई किया जाए.
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