कैमूर: जिले में नगर परिषद द्वारा 4 लाख 17 हजार रुपये के गबन का खुलासा आरटीआई के माध्यम से हुआ. इसके बाद विधानसभा सदस्य सदानन्द सिंह ने मामले को विधानसभा में उठाया. मामले को सामने आने पर जांच की बात कही गई. तब आनन फानन में रातों-रात निर्माण कार्य पूरा करने के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया गया. स्थानीय लोगों ने एसपी को आवेदन देकर काम रूकवाने का आग्रह किया. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए काम रूकवा दिया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद भभुआ के द्वारा शहर के वार्ड नं. 24 में बब्लू कुमार गुप्ता के घर से दीप साह गुप्ता के घर तक नाली निर्माण की योजना के लिए 4 लाख 17 हजा 347 रुपये का भुगतान किया गया. यह जानकारी आरटीआई द्वारा वार्ड के आरटीआई कार्यकर्ता परमेन्द्र केशरी को दी गई. जब लोगों ने इसका निरीक्षण किया तो पता चला कि नाली का निर्माण ही किया गया है उसे ढंकने का काम नहीं हुआ था. लेकिन पैसों का भुगतान कर दिया गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने जिले के तमाम बड़े पदाधिकारियों के चक्कर लगाए और कार्य करवाने की बात कही, लेकिन कहीं से कोई सुनवाई नही हुई. तब विधानसभा सदस्य सदानन्द सिंह ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया. जिसके बाद विधानसभा में जांच की बात कही गई. साथ ही उनलोंगों ने आरोप लगाया कि विधानसभा को भी नगर परिषद भभुआ गुमराह कर रहा है. लोगों ने गबन में शामिल अधिकारियों और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की.
विधानसभा में पूछा गया सवाल
विधानसभा सदस्य सदानंद सिंह ने यह सवाल किया कि भभुआ के द्वारा शहर के वार्ड 24 में बब्लू कुमार गुप्ता के घर से दीप साह गुप्ता के घर तक नाली निर्माण की योजना के लिए बिना निर्माण के ही सत्र 2018-2019 में रुपयों का भुगतान कैसे कर दिया गया. इसके जवाब में नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री ने जवाब दिया कि कार्यपालक पदाधिकारी भभुआ के पत्रांक 896 दिनांक 02/07/2019 द्वारा प्रतिवेदन किया गया है कि भभुआ शहर के वार्ड 24 में बब्लू कुमार गुप्ता के घर से दीप साह गुप्ता के घर तक नाली निर्माण की योजना का कार्य पूरा कर लिया गया है. इस कार्य के लिए 4 लाख 17 हजार 347 रुपये का भुगतान किया जा चुका है.
कार्यपालक पदाधिकारी का बयान
इस पूरे मामले में कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव ने कहा कि नाली निर्माण के कार्य को पूरा कर लिया गया था. टेक्निकलि कुछ कार्य बच गए थे. जिसके लिए कार्य प्रारंभ करवाया गया था. मामले का निष्पादन किया जा चुका है. जो कार्य चल रहा था वह नाली के निर्माण का कार्य नहीं था वह मरम्मत और नाली ढ़कने का कार्य था.