कैमूर: भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जिला शाखा भभुआ में शुक्रवार को विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया गया. शाखा के स्वयंसेवक और गणमान्य जन की उपस्थिति में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए समारोह आयोजित हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चेयरमैन डा. रामेश्वर प्रसाद सिंह ने रेडक्रॉस को विश्व मानवता की सेवा में अग्रणी संगठन बताया.
मनाया गया विश्व रेडक्रॉस दिवस
कोरोना महामारी के समय फ्रंटलाईन वारियर्स और पीड़ित लोगों की बढ़ चढ़कर सहायता के लिए उन्होंने शाखा अध्यक्ष डीएम डा. नवल किशोर चौधरी की सराहना की. साथ ही स्वयंसेवकों को उनके सहयोग के लिए सम्मानित किया. सचिव प्रसून कुमार मिश्र ने कहा कि विश्व मानवता की सेवा को समर्पित अंतरराष्ट्रीय संगठन रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना हेनरी ड्यूनेण्ट ने 1863 में जेनेवा में की थी. उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए संस्था को तीन बार 1917, 1944 और 1963 में नोबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है. रेडक्रॉस संस्थापक हेनरी ड्यूनेण्ट के जन्मदिन पर 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है.
जन सहयोग से चलता है सेवाकार्य
सचिव ने शाखा के स्वयंसेवकों और सहयोगियों को कोरोना महामारी के नियंत्रण में योगदान के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस को कोई सरकारी या संस्थागत फंड नहीं मिलता बल्कि सारे सेवाकार्य जन सहयोग से चलते हैं. उन्होंने जिलेवासियों से रेडक्रॉस में अधिकाधिक सहयोग की अपील की. वहीं, कोषाध्यक्ष प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि कोरोना महामारी में शाखा 200 लीटर सेनेटाइजर, 10 हजार फेस मास्क, काफी मात्रा में राहत सामग्री मूल्य लगभग चार लाख रुपये फ्रंटलाईन वारियर्स और पीड़ितों के बीच वितरित कर चुकी है.
स्वयंसेवकों के सम्मान में तालियां बजायी
शाखा के चेयरमैन डा. रामेश्वर प्रसाद सिंह को सदस्यों ने जन्मदिन की बधाई दी. उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घ जीवन की कामना की. कार्यक्रम के अंत में इस साल की रेडक्रॉस थीम का अनुपालन करते हुए कोरोना महामारी से बचाव और नियंत्रण में लगे स्वयंसेवकों के सम्मान में खड़े होकर सभी ने दो मिनट तक तालियां बजायी. कार्यक्रम में प्रदेश प्रतिनिधि छोटेलाल शुक्ल, वरीय स्वयंसेवक सुनील तिवारी, अरविन्द कुमार जायसवाल, जितेन्द्र उपाध्याय मौजूद रहे.