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कर्मचारी संघ ने भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती पर आयोजित किया कार्यक्रम

कैमूर में अनुसूचित जाति और जनजाति कर्मचारी संघ ने रविवार को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर (Babasaheb Dr. Bhimrao Ambedkar) की 131वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया. इस दौरान किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला.

131st birth anniversary of Bhimrao Ambedkar
भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती
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Published : Apr 17, 2022, 7:23 PM IST

कैमूर (भभुआ): बिहार के भभुआ शहर के लिच्छवी भवन में रविवार को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती (31st birth anniversary of Bhimrao Ambedkar) पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन अनुसूचित जाति और जनजाति कर्मचारी संघ के द्वारा किया गया. जिसका उद्घाटन नगर के सभापति जैनेंद्र कुमार आर्य और अन्य अतिथियों ने किया. बाबा साहब की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किये गये इस कार्यक्रम जिले के कोने-कोने से भारी संख्या में लोग आये थे.

ये भी पढ़ें- सारण में अंबेडकर जयंती मनाने को लेकर विवाद, दो पक्ष आपस में भिड़े

भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती समारोह: इस दौरान सभी वक्ताओं एवं पदाधिकारियों ने बारी-बारी से संबोधन करते हुए बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला. वहीं, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के जिला सचिव रामसूरत राम (Scheduled Castes and Tribes District Secretary Ramsurat Ram) ने कहा कि पूरे जिले से लोग इस कार्यक्रम में शामिल होने आये हैं. अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती समारोह पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर देश की एक ऐसे शख्सियत थे जो अपने जीवन में बहुत मेहनत और तपस्या करके पढ़ाई किए थे.

भारत के संविधान निर्माण में अहम भूमिका: रामसूरत राम ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की भारत के संविधान निर्माण में अहम भूमिका थी. इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज में जो भी अनपढ़ हैं. उनको जागरूक किया जा रहा है. सभी लोग पढ़ाई और देश के प्रति हमेशा सजग रहें ताकि आने वाले समय में देश में हर एक व्यक्ति भीमराव अंबेडकर बने और देश के लिए अपने आप को समर्पित कर सके.

ये भी पढ़ें- मांझी ने फिर दिया विवादित बयान, बोले- 'राम कोई भगवान नहीं.. वो तुलसीदास और वाल्मीकि के काव्य के महज किरदार'

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भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती समारोह: इस दौरान सभी वक्ताओं एवं पदाधिकारियों ने बारी-बारी से संबोधन करते हुए बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला. वहीं, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के जिला सचिव रामसूरत राम (Scheduled Castes and Tribes District Secretary Ramsurat Ram) ने कहा कि पूरे जिले से लोग इस कार्यक्रम में शामिल होने आये हैं. अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती समारोह पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर देश की एक ऐसे शख्सियत थे जो अपने जीवन में बहुत मेहनत और तपस्या करके पढ़ाई किए थे.

भारत के संविधान निर्माण में अहम भूमिका: रामसूरत राम ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की भारत के संविधान निर्माण में अहम भूमिका थी. इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज में जो भी अनपढ़ हैं. उनको जागरूक किया जा रहा है. सभी लोग पढ़ाई और देश के प्रति हमेशा सजग रहें ताकि आने वाले समय में देश में हर एक व्यक्ति भीमराव अंबेडकर बने और देश के लिए अपने आप को समर्पित कर सके.

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