कैमूर (भभुआ): बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान गुरुवार को मंत्री बनने के बाद पहली बार कैमूर जिला पहुंचे. जहां उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर अपने ही सरकार को घेरा, उन्होंने कहा कि विकास करने के मकसद से बसपा का दामन छोड़कर जेडीयू का दामन थामा है. उन्होंने कहा कि अगर मैं पार्टी नहीं बदलता तो, विकास नहीं कर पाता.
'सभी जाति और धर्म के लोगों के सहयोग मिला. उन्होंने मुझे लगभग एक लाख वोट दिया है. इसलिए वे उनकी सेवा करना चाहते हैं. अपने विधानसभा क्षेत्र में अधौरा प्रखंड जो पूरी तरह से पहाड़ी इलाका है, जहां पानी और सिंचाई की बहुत ज्यादा समस्या है. ऐसे में उनकी पहली प्राथमिकता पानी, बिजली और सिंचाई रहेगी.'- मोहम्मद जमा खान, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री
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'दूसरे राज्य यूपी और मध्यप्रदेश में वन सेंचुरी के बाद भी विकास हुआ. लेकिन आज कैमूर पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को वंचित है. वनवासियों के लिए महुआ और पियरा ही उनकी फसल है. जिससे उनकी जीविका चलती है. लेकिन आज उस पर रोक है. जिससे वहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. ऐसे में मैं सरकार से निवेदन करूंगा कि वहां सेंचुरी भले ही रहे, लेकिन लोगों को जीने-खाने के लिए किसी प्रकार का मुसीबत का सामना न करना पड़े.'- मोहम्मद जमा खान, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री
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बात दें कि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान जिले में क्रय केंद्र का निर्माण की बात कही है. उनका कहना है कि क्रय केंद्र से वनवासी अपनी जीविका चला सके और साथ चैनपुर के साथ बिहार का विकास में भागीदारी रहेगी.