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कैमूरः नामानि गंगे योजना के तहत गंगा में लगेगा फिल्टर, केंद्र सरकार को भेजा जाएगा 47 लाख का प्रोपोजल

प्रभारी डीएम सह डीडीसी कृष्णा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद द्वारा एक प्रपोजल तैयार किया गया है. जिसके तहत कैमूर जिले के विभिन्न नदियों के पानी को फिल्टर कर गंगा में भेजा जाएगा.

गंगा
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Published : Sep 8, 2019, 1:42 AM IST

कैमूरः जिले में गंगा के पानी को निर्मल बनाने के लिए जिला प्रशासन गंभीर दिख रहा है. प्रशासन ने नामानि गंगे योजना के तहत गंगा में फिल्टर प्लांट लगाने की योजना बनाई है. इसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी गई है. यदि इस पर सरकार की मुहर लग जाती है तो संगम स्थल, जहां जिले की नदियां गंगा से मिलती है, वहां फिल्टर लगाया जाएगा.

कैमूर
नदी, फाइल फोटो

सरकार को भेजी गई है रिपोर्ट

जिले के प्रभारी डीएम सह डीडीसी कृष्णा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद ने एक प्रपोजल तैयार किया है. जिसके तहत कैमूर जिले के विभिन्न नदियों के पानी को फिल्टर कर गंगा में भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने एक पत्र जारी किया है. जिसमें गंगा को निर्मल बनाने पर जोर दिया गया है. इसके लिए जिले की सभी नदियों का सर्वेक्षण शुरू किया गया. जिसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी.

जानकारी देते प्रभारी डीएम

47 लाख का है प्रोपोजल
कृष्णा प्रसाद ने बताया कि कैमूर जिले की कर्मनाशा, सुअरा और दुर्गावति नदी का पानी गंगा नदी में मिलता है. ऐसे में अगर सरकार प्रोपोजल पर मुहर लगाती है तो कैमूर से गंगा में साफ पानी का प्रवाह होगा. उन्होंने बताया कि 47 लाख का एक प्रोपोजल सरकार को भेजा जाएगा. जिसमें कैमूर की नदियों के पानी को फिल्टर कर गंगा में छोड़ा जाएगा. साथ ही जिला प्रशासन ने एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी प्रपोजल सरकार को भेजा जाएगा, ताकि गंगा में पहुंचने से पहले ही पानी पूरी तरह से स्वच्छ हो जाए.

कैमूरः जिले में गंगा के पानी को निर्मल बनाने के लिए जिला प्रशासन गंभीर दिख रहा है. प्रशासन ने नामानि गंगे योजना के तहत गंगा में फिल्टर प्लांट लगाने की योजना बनाई है. इसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी गई है. यदि इस पर सरकार की मुहर लग जाती है तो संगम स्थल, जहां जिले की नदियां गंगा से मिलती है, वहां फिल्टर लगाया जाएगा.

कैमूर
नदी, फाइल फोटो

सरकार को भेजी गई है रिपोर्ट

जिले के प्रभारी डीएम सह डीडीसी कृष्णा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद ने एक प्रपोजल तैयार किया है. जिसके तहत कैमूर जिले के विभिन्न नदियों के पानी को फिल्टर कर गंगा में भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने एक पत्र जारी किया है. जिसमें गंगा को निर्मल बनाने पर जोर दिया गया है. इसके लिए जिले की सभी नदियों का सर्वेक्षण शुरू किया गया. जिसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी.

जानकारी देते प्रभारी डीएम

47 लाख का है प्रोपोजल
कृष्णा प्रसाद ने बताया कि कैमूर जिले की कर्मनाशा, सुअरा और दुर्गावति नदी का पानी गंगा नदी में मिलता है. ऐसे में अगर सरकार प्रोपोजल पर मुहर लगाती है तो कैमूर से गंगा में साफ पानी का प्रवाह होगा. उन्होंने बताया कि 47 लाख का एक प्रोपोजल सरकार को भेजा जाएगा. जिसमें कैमूर की नदियों के पानी को फिल्टर कर गंगा में छोड़ा जाएगा. साथ ही जिला प्रशासन ने एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी प्रपोजल सरकार को भेजा जाएगा, ताकि गंगा में पहुंचने से पहले ही पानी पूरी तरह से स्वच्छ हो जाए.

Intro:कैमूर।

केन्द्र सरकार की नामानि गंगे प्रोजेक्ट के अधीन गंगा में कैमूर जिले से मिलने वाली नदियों के संगम स्थान पर फ़िल्टर लगाने के लिए और गंगा में पानी के मिलने से पहले ही पानी को स्वच्छ बनाने के लिए कैमूर जिला प्रशासन द्वारा प्रपोजल बनाया गया हैं। अगर प्रपोजल पर सरकार की मुहर लगती हैं तो सरकार के निर्मल गंगा के उद्देश्य में चार चांद लग सकता हैं।


Body:आपकों बतादें कि जिले के प्रभारी डीएम सह डीडीसी कृष्णा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद द्वारा एक प्रपोजल को तैयार किया गया हैं जिसके तहत कैमूर जिले के विभिन्न नदियों के पानी को फ़िल्टर कर गंगा में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा एक पत्र जारी किया गया हैं जिसमें गंगा को निर्मल बनाने की बात कही गई हैं। कैमूर जिले की सभी नदियों को सर्वेक्षण शुरू किया गया हैं। जिसके बाद एक रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि कैमूर जिले की कर्मनाशा, सुअरा और दुर्गावति नदी का पानी गंगा नदी में मिलता हैं। कैमूर यूपी और बिहार के बॉर्डर पर स्तिथ हैं। कैमूर जिले के इन नदियों की सीमाएं जिले के नुआंव प्रखंड में हैं। ऐसे में अगर सरकार प्रोपोजल पर मुहर लगाती हैं तो कैमूर की नदियों के पानी को जिले में स्वच्छ कर दिया जाएगा और गंगा में जिले से साफ पानी का प्रवाह होगा। उन्होंने बताया कि 47 लाख का एक प्रोपोजल सरकार को भेजा जाएगा जिसमे कैमूर की नदियों के पानी को फ़िल्टर कर गंगा में छोड़ा जाएगा। दूसरी तरफ जिला प्रशासन द्वारा एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी प्रपोजल सरकार को भेजा जाएगा ताकि गंगा में पहुँचे से पहले ही पानी पूरी तरह से स्वच्छ हो जाये। प्रभारी डीएम ने बताया कि यह सब सरकार की नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत होने हैं अभी आखिरी मुहर लगना बाकी हैं यदि सरकार इस प्रपोजल को पास कर देती हैं तो कैमूर जिला जो कि यूपी का बॉर्डर हैं यहाँ से पानी मे बहने वाली गंदगी को गंगा में जाने से पहले ही रोक दिया जाएगा।


Conclusion:
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