कैमूर(भभुआ): बिहार के कैमूर में फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी (Fraud Incom Tax Officer In Kaimur) को गिरफ्तार किया गया है, जो सदर अस्पताल भभुआ के प्रांगण में स्थित एएनएम कॉलेज (Bhabua ANM College) की जांच करने पहुंचा था. कॉलेज प्रबंधन ने नकली इनकम टैक्स अधिकारी को शक होने पर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. पूछताछ पता चला कि फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी दो दिन पहले भी एएनएम कॉलेज के प्रिंसिपल को फोन पर एडीएम बनकर धमकाया था.
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पुलिस को देखते ही गिड़गिड़ाने लगा: पुलिस ने जब फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी को गिरफ्तार करने पहुंची तो वह उनके सामने कैरियर खराब होने की दुहाई देकर गिड़गिड़ाने लगा. इस पहले वह डीएम के नाम की भभकी देकर कॉलेज के पदाधिकारियों को धमका रहा था. गिरफ्तार युवक की पहचान रोहतास जिले के सासाराम निवासी ओम कुमार के रूप में हुई है. फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया है. पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि वह ग्रेजुएशन का छात्र है.
DM के नाम की भभकी देकर डरा रहा था: मामले की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य कैमूर डीपीएम ऋषिकेश जायसवाल ने बताया कि एक युवक अपने आपको इनकम टैक्स का सीनियर इंस्पेक्टर बताकर एएनएम कॉलेज भभुआ की जांच करने पहुंचा हुआ था. जिसकी सूचना गार्ड के माध्यम से मिली. उन्होंने बतया कि जब उससे सवाल किया गया कि कहां से आया है तो उसने भभकी देते हुए कहा कि मुझे डीएम ने जांच करने के लिए भेजा है. इसके बाद उससे ऑथराइजेशन लेटर का मांग की गयी.
पुलिस हिरासत में फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी: ऑथराइजेशन लेटर की मांग होते ही फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी की पोल खोल गयी. उसके पास किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं थे. इसके बाद अस्पताल के गार्डों ने उसे पकड़ लिया और मामले की सूचना डीएसपी हेडक्वार्टर को दी गयी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची भभुआ थाने की पुलिस ने फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. उस पर भभुआ एएनएम कॉलेड के प्रिंसिपल को फोन कर धमकाने का भी आरोप लगा है.
"वह अपने आप को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का सीनियर इंस्पेक्टर बता रहा था. उसने कहा कि उसे एएनएम कॉलेज के हॉस्टलों की जांच करना है. मैंने पूछा कि किसके परमिशन से हो रहा है तो उसने डीएम साहब का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने मुझे जांच के लिए भेजा है. मैंने पूछा कि लिखित आर्डर है तो उसने कहा कि नहीं है. मोबाइल नंबर पूछने पर भी जब उसने नहीं बताया तो मुझे शक हुआ. इसके बाद युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया" -ऋषिकेश जायसवाल, डीपीएम