कैमूर : यूपी-बिहार कर्मनाशा बॉर्डर पर दूसरे राज्यों से पहुंचने वालो लोगों को उनके गांव तक छोड़ने की व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है. वहीं, डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि दूसरे राज्यों से भारी संख्या में लोग बिहार पहुंच रहें है. उन्हें सरकार के जरिए गाइडलाइन प्राप्त हुई है कि सभी लोगों को उनके गांव तक पहुंचाने का इंतजाम किया गया है.
'घर तक पहुंचाया जाएगा'
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि कैमूर के यूपी-बिहार बॉर्डर से सभी लोगों को उनके जिला मुख्यालय तक भेजा जायेगा. फिर उनको जिला मुख्यालय से उनके गांव तक पहुंचाया जाएगा. डीएम ने बताया कि जिस जिले के लिए कैमूर से गाड़ी को रवाना किया जायेगा. वहां के जिला प्रशासन को गाड़ी में सवार सभी लोगों की सूचि उपलब्ध करा दी जायेगी. जिसके बाद उनके जिला मुख्यालय से लोगों को उनके घर तक पहुंचाया जाएगा.
हजारों की संख्या में लोगो की हो चुकी है जांच
डीएम ने बताया कि बॉर्डर पर वैसे लोग जो दूसरे राज्यों के हैं, उनकी भी स्क्रीनिंग और मेडिकल चेकअप किया जा रहा है. दूसरे राज्यों से बिहार बॉर्डर पर पहुंचने वाले सभी लोगों की जांच की जा रही है. वैसे लोग जो संदिग्ध पाए जाएंगे, उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा जायेगा. जरूरत पड़ने पर पीएमसीएच रेफर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से पानी और भोजन का भी इंतजाम किया गया है. लोगों की हर संभव मदद की जा रही है. डीएम ने बताया कि बॉर्डर पर मेडिकल टीम और पदाधिकारियों को 24 घंटे तैनात किया गया है. हजारों की संख्या में लोगो की जांच हो चुकी है.
जरूरत पड़ने पर किया जायेगा पटना रेफर
जांच टीम में शामिल डॉक्टर ने बताया कि प्रतिदिन औसत दो से तीन हजार लोगो की जांच हो रही है. थर्मल स्क्रीनिंग किया जा रहा है. जो नार्मल है, उन्हें ओके किया जा रहा है. बांकी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है. जरूरत पड़ने पर पटना रेफर किया जायेगा.