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कैमूर: आदित्य की मौत के बाद प्रशासन की खुली नींद, प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन किया जरूरी - जिला प्रशासन

आदित्य के छोटे भाई की मौत 5 वर्ष पहले हीं सांप काटने से हो गई थी. वहीं, आदित्य की मौत स्कूल में हो गई.

शिक्षा पदाधिकारी
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Published : Sep 9, 2019, 6:34 PM IST

कैमूर: जिले के कुदरा प्रखंड के एक निजी विद्यालय में 2 सितंबर को उसी विद्यालय के 11 वर्षीय छात्र आदित्य की हत्या कर दी गई. विद्यालय के बाथरुम में आदित्य का शव फांसी से लटका मिला. आपको बता दें कि जिस विद्यालय में आदित्य की मौत हुई, उसका संचालन बिना रजिस्ट्रेशन के हीं किया जा रहा है. इस घटना को 7 दिन बीत जाने के बाद भी अबतक पुलिस ने किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की है.

बच्चे की मौत के बाद खुली प्रशासन की नींद

आदित्य की मौत के बाद शिक्षा विभाग की नींद खुली तो विभाग ने बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे सभी प्राइवेट स्कूल को बंद करने का फरमान जारी किया.

घर में पसरा मातम
आदित्य के छोटे भाई की मौत 5 वर्ष पहले हीं सांप काटने से हो गई थी. जिसके बाद मां-पिता को एकलौते बेटे आदित्य के सहारे जीने की आदत हो गई थी. आदित्य की मौत के बाद घर का चिराग हीं बुझ गया. इस घटना के बाद घर में सिर्फ 3 बेटियां हीं बची हैं. आदित्य की बहन बताती हैं कि अब वह किसके साथ स्कूल जाएगी. स्कूल में भी आदित्य बहुत याद आएगा.

कैमूर
परिवार में मातम

पुलिस कार्रवाई में इतनी देरी क्यों?
परिजनों ने इस मामले पर सीबीआई जांच की मांग की है. उनका कहना है कि 7 दिनों के बाद भी कैमूर पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. यहां तक कि नेम्ड एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. बावजूद इसके पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हत्या को लेकर पटना एफएलएल की टीम सैंपल लेकर भी गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गया है. लेकिन, पुलिस को अबतक कोई सुराग नहीं मिल सका. परिजनों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई में इतनी देर क्यों लगा रही है?

कैमूर
आदित्य के पिता

जल्द होगी कार्रवाई
कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने घटना के दिन परिजनों को आश्वासन दिया था कि 2 दिन में कारवाई होगी. लेकिन 7 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले पर एसपी ने दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है.

जिला प्रशासन की नींद खुली
आदित्य की मौत के बाद जिला प्रशासन की नींद खुली, तो प्रशासन ने निजी स्कूलों पर अंकुश लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की बात कही है. जिला शिक्षा पदाधिकारी सूर्यनारायण ने यह साफ कर दिया है कि यदि स्कूल तय समय सीमा के अंदर रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते हैं, तो स्कूल को सील कर दिया जायेगा.

अगर जिला प्रशासन पहले सजग हो जाती और यह काम पहले कर लिया जाता तो शायद आदित्य की जान बच जाती.

कैमूर: जिले के कुदरा प्रखंड के एक निजी विद्यालय में 2 सितंबर को उसी विद्यालय के 11 वर्षीय छात्र आदित्य की हत्या कर दी गई. विद्यालय के बाथरुम में आदित्य का शव फांसी से लटका मिला. आपको बता दें कि जिस विद्यालय में आदित्य की मौत हुई, उसका संचालन बिना रजिस्ट्रेशन के हीं किया जा रहा है. इस घटना को 7 दिन बीत जाने के बाद भी अबतक पुलिस ने किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की है.

बच्चे की मौत के बाद खुली प्रशासन की नींद

आदित्य की मौत के बाद शिक्षा विभाग की नींद खुली तो विभाग ने बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे सभी प्राइवेट स्कूल को बंद करने का फरमान जारी किया.

घर में पसरा मातम
आदित्य के छोटे भाई की मौत 5 वर्ष पहले हीं सांप काटने से हो गई थी. जिसके बाद मां-पिता को एकलौते बेटे आदित्य के सहारे जीने की आदत हो गई थी. आदित्य की मौत के बाद घर का चिराग हीं बुझ गया. इस घटना के बाद घर में सिर्फ 3 बेटियां हीं बची हैं. आदित्य की बहन बताती हैं कि अब वह किसके साथ स्कूल जाएगी. स्कूल में भी आदित्य बहुत याद आएगा.

कैमूर
परिवार में मातम

पुलिस कार्रवाई में इतनी देरी क्यों?
परिजनों ने इस मामले पर सीबीआई जांच की मांग की है. उनका कहना है कि 7 दिनों के बाद भी कैमूर पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. यहां तक कि नेम्ड एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. बावजूद इसके पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हत्या को लेकर पटना एफएलएल की टीम सैंपल लेकर भी गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गया है. लेकिन, पुलिस को अबतक कोई सुराग नहीं मिल सका. परिजनों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई में इतनी देर क्यों लगा रही है?

कैमूर
आदित्य के पिता

जल्द होगी कार्रवाई
कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने घटना के दिन परिजनों को आश्वासन दिया था कि 2 दिन में कारवाई होगी. लेकिन 7 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले पर एसपी ने दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है.

जिला प्रशासन की नींद खुली
आदित्य की मौत के बाद जिला प्रशासन की नींद खुली, तो प्रशासन ने निजी स्कूलों पर अंकुश लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की बात कही है. जिला शिक्षा पदाधिकारी सूर्यनारायण ने यह साफ कर दिया है कि यदि स्कूल तय समय सीमा के अंदर रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते हैं, तो स्कूल को सील कर दिया जायेगा.

अगर जिला प्रशासन पहले सजग हो जाती और यह काम पहले कर लिया जाता तो शायद आदित्य की जान बच जाती.

Intro:Body:मासूम आदित्य के मौत के बाद जागा शिक्षा विभाग अब प्राइवेट स्कूल का होगा रजिस्ट्रेशन, स्कूल के शिक्षक फरार नही हुई एक भी गिरफ्तारी, सीबीआई जांच की मांग


कैमूर।
2 सितम्बर को जिले के कुदरा प्रखंड के एक निजी विद्यालय में 11 वर्षीय अदित्य की हत्या कर दी गई थी। स्कूल के बाथ रूम में अदित्य का शव मिला था। जिस स्कूल में आदित्य की मौत हुई थी वो स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा रजिस्ट्रेशन नही था। यानि बिना रजिस्ट्रेशन के स्कूल का संचालन किया जा रहा हैं। अदित्य के मौत के बाद कई दिनों से सो रही शिक्षा विभाग ने अब यह फरमान जारी किया हैं कि यदि प्राइवेट स्कूल विभाग से रेजिस्ट नही होंगे तो उन्हें बन्द कर दिया जायेगा। यही काम अगर विभाग पहले कर लेती तो शायद आदित्य आज जिन्दा होता।

अदित्य के घर वालों का कहना हैं कि मामले की सीबीआई जाँच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मौत के 7 दिनों के बाद भी कैमूर पुलिस को कोई सफलता हाथ नही लगी हैं और नेम्ड एफआईआर होने के बावजूद पुलिस किसी को गिरफ्तार नही कर सकी हैं।

मृतक आदित्य के छोटा भाई को 5 वर्ष पहले सर्प डंस से मौत हो गई थी जिसके बाद माँ पिता को आदित्य के सहारे जीने की आदत सी बन गई थी लेकिन अब हत्यारों ने आदित्य को भी फाँसी देकर मार डाला जिससे घर का चीराग ही बुझ गया ,आदित्य की माँ का कहना है कि मेरा एक ही लाल था जिसको भी छिन लिया। मेरे बेटे को जैसे फाँसी लगाकर हत्या हुई उसी तरह सभी आरोपीयों को फाँसी की सजा होनी चाहिए।

पूरे परिवार इस घटना से आज तक सदमें में हैं। बहन बताती है कि अब हम किसके साथ स्कूल जाएंगे जब भी स्कूले जाएंगे मेरा छोटा भाई याद आएगा और रोने लगती हैं। आदित्य अपने दादी का प्यारा था स्कूल से आता था तो दादी के गोद में खेलता था इस बात को कह कर फूट-फूट कर बूढ़ी दादी रोती हैं और आरोपी को फाँसी की माँग करती हैं।



जिस घर का चिराग बुझ गया हो उस घर के लोगो पर क्या गुजर रही होगी इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल हैं। बेटे की मौत के बाद माँ पिता बहन अब तक सदमें से उबरे नही पाए है कोई मिलने जाता है तो फुट-फुट कर रोने लगते है। आदित्य के बाद घर में तीन बेटी है । आदित्य की माँ बताती है कि मै उसी स्कूल कि शिक्षिका हूँ जिसमें आदित्य की हत्या कर दी गई थी। तीज पर्व को लेकर दो दिन स्कूल से छूटी ले ली थी हमें क्या पता था कि हम स्कूल में नही रहने से मेरे बेटे की हत्या स्कूल में कर दी जायेगी।


दूसरी तरफ गाँव के ग्रामीणों का कहना है कि सूचना मिली थी की स्कूल में आदित्य कि मौत हो गई। स्कूल पहुँचे तो देखा कि आदित्य को गले में फाँसी लगा कर हत्या कर दिया गया। कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने घटना के दिन परिजनों को आश्वासन दिया कि दो दिन में कारर्वाई होगी पर सात दिन बीत गए पर कोई कार्रवाई नही हुई। आज सीबीआई जाँच की मांग कर रहे है। यही नही आदित्य के हत्या का मामला आज तक अनसुलझा है ,आदित्य के हत्या को लेकर पटना एफएसएल की टीम भी सैम्पल लेकर गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गया है बावजूद कैमूर पुलिस आदित्य के हत्या के मामले में कोई सुराग नही मिल पाई हैं।

दूसरी तरफ आदित्य के मौत के बाद जिला प्रशासन द्वारा निजी स्कूलों पर आंकुश लागने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की बात कर रही हैं। जिले में बिना रजिस्ट्रेशन के सैकड़ो निजी विद्यालय कैसे चल रहे है , आज आदित्य के मौत के बाद जिला प्रशासन सजग तो हो गई हैं लेकिन अगर यह काम पहले कर लिया जाता तो शायद आदित्य की जान बच जाती।

जिला शिक्षा पदाधिकारी सूर्यनारायण ने यह साफ़ कर दिया हैं कि यदि स्कूल तय समय सीमा के अंदर रजिस्ट्रेशन नही करवाते हैं तो स्कूल को सील कर दिया जायेगा। एसपी दिलनवाज अहमद ने दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार करने की बात कही हैं। लेकिन अभी तक कुछ भी नही हो सका हैं।


बाईट-आदित्य के पिता
बाईट-आदित्य के दादी
बाईट-आदित्य के मामा
बाईट-दिलनवाज अहमद-एसपी कैमूर।
बाइट- सुर्यनारायण , डीईओ, कैमूर।Conclusion:
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