कैमूर: जिले के कुदरा प्रखंड के एक निजी विद्यालय में 2 सितंबर को उसी विद्यालय के 11 वर्षीय छात्र आदित्य की हत्या कर दी गई. विद्यालय के बाथरुम में आदित्य का शव फांसी से लटका मिला. आपको बता दें कि जिस विद्यालय में आदित्य की मौत हुई, उसका संचालन बिना रजिस्ट्रेशन के हीं किया जा रहा है. इस घटना को 7 दिन बीत जाने के बाद भी अबतक पुलिस ने किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की है.
आदित्य की मौत के बाद शिक्षा विभाग की नींद खुली तो विभाग ने बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे सभी प्राइवेट स्कूल को बंद करने का फरमान जारी किया.
घर में पसरा मातम
आदित्य के छोटे भाई की मौत 5 वर्ष पहले हीं सांप काटने से हो गई थी. जिसके बाद मां-पिता को एकलौते बेटे आदित्य के सहारे जीने की आदत हो गई थी. आदित्य की मौत के बाद घर का चिराग हीं बुझ गया. इस घटना के बाद घर में सिर्फ 3 बेटियां हीं बची हैं. आदित्य की बहन बताती हैं कि अब वह किसके साथ स्कूल जाएगी. स्कूल में भी आदित्य बहुत याद आएगा.
पुलिस कार्रवाई में इतनी देरी क्यों?
परिजनों ने इस मामले पर सीबीआई जांच की मांग की है. उनका कहना है कि 7 दिनों के बाद भी कैमूर पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. यहां तक कि नेम्ड एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. बावजूद इसके पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हत्या को लेकर पटना एफएलएल की टीम सैंपल लेकर भी गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गया है. लेकिन, पुलिस को अबतक कोई सुराग नहीं मिल सका. परिजनों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई में इतनी देर क्यों लगा रही है?
जल्द होगी कार्रवाई
कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने घटना के दिन परिजनों को आश्वासन दिया था कि 2 दिन में कारवाई होगी. लेकिन 7 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले पर एसपी ने दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है.
जिला प्रशासन की नींद खुली
आदित्य की मौत के बाद जिला प्रशासन की नींद खुली, तो प्रशासन ने निजी स्कूलों पर अंकुश लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की बात कही है. जिला शिक्षा पदाधिकारी सूर्यनारायण ने यह साफ कर दिया है कि यदि स्कूल तय समय सीमा के अंदर रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते हैं, तो स्कूल को सील कर दिया जायेगा.
अगर जिला प्रशासन पहले सजग हो जाती और यह काम पहले कर लिया जाता तो शायद आदित्य की जान बच जाती.