कैमूर: जिले की अनु गुप्ता और प्रिया गुप्ता पूरे बिहार में दंगल बहनों के नाम से मशहूर है. कई बार राज्य स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाली इन बहनों को आज तक कोई सरकारी मदद नहीं मिली है.
दोनों बहनों ने राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का नाम रौशन किया है. लेकिन सरकार की तरफ से दोनों को कोई सुविधा नहीं दी गई. बड़ी बहन अनु गुप्ता ने 2016 से 2019 तक राज्य स्तर पर आयोजित दंगल प्रतियोगिता में 8 बार गोल्ड मेडल जीता है. यही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी सेमीफाइनल तक का सफर तय कर चूंकि हैं. वहीं, बड़ी बहन को देख छोटी बहन प्रिया गुप्ता ने भी दंगल में भाग लेना शुरू किया और जूनियर ऐज ग्रुप में राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का प्रतिनिधित्व की है. लेकिन आज भी ये दोनों अपनी प्रतिभा को समेटे हुए अपने गांव में रहने को मजबूर हैं.
आर्थिक तंगी दूसरे राज्य में अभ्यास करने में रोड़ा
दरअसल, इस दंगल गर्ल की झोली में 8 गोल्ड मेडल है और महज 19 साल की उम्र में एक बार कोच बनने का गौरव प्राप्त हुआ है. लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से इनके सपने आज भी अधूरे हैं. परिवार में आर्थिक तंगी की वजह से दोनों अभ्यास के लिए दूसरे राज्य में नहीं जा सकती. हालांकि जिले में एकलव्य सेंटर है जहां लड़के दंगल की तैयारी करते हैं. लेकिन लड़कियों को वहां जाने का परमिशन नही हैं.
साक्षी मालिक और दंगल फिल्म से प्रभावित हो शुरू किया दंगल
अनु ने बताया कि ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक और दंगल फिल्म से काफी प्रभावित हैं. लेकिन फिल्म के दंगल में और असल जीवन के दंगल में बहुत फर्क हैं. आज उनके पास डाइट के लिए भी पैसे नहीं है और परिवार लाचार हैं. अनु ने बताया कि अयोध्या में रहकर वो दंगल की तैयारी करना चाहती हैं और देश के लिए ओलंपिक में मेडल जीत कर खुद का और देश का नाम रौशन करना चाहती हैं.
पूरा नहीं हुआ वादा
वहीं कुछ समय पहले केन्द्रीय राज्य मंत्री सह बक्सर सांसद अश्वनी चौबे ने अपने प्रतिनिधि को अनु के पास भेज था और वादा किया था कि उसे सम्मानित किया जाएगा. लेकिन ऐसा आज तक नहीं हो सका. इसी तरह रामगढ़ के भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह ने भी वादा किया था लेकिन आज तक विधायक जी और सांसद महोदय को अपने क्षेत्र की इस प्रतिभा पर नजर नहीं पड़ी.