कैमूर: यूपी-बिहार कर्मनाशा बॉर्डर पर बिहार सरकार के आदेश के बाद प्रवासियों के लिए सरकार ने सभी जिलों के लिए बस चलाई है. बॉर्डर पर दूसरे प्रदेश से पहुंचे बिहारियों ने सीएम नीतीश कुमार को सुविधा देने के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया.
बता दें कि लॉक डाउन के बाद देश के अलग-अलग राज्यों से बिहार के लोग हजारों की संख्या में एनएच-2 यूपी से होते हुए बिहार के कैमूर जिलें में प्रवेश कर रहें है.
बिहार सरकार ने बॉर्डर पर दूसरे प्रदेश से आनेवाले बिहार के लोगों और अन्य राज्य के लोगों का भी स्क्रीनिंग कराई जा रही है.साथ ही उन्हें खाना और पीने की सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है.
नाम और पता किया जा रहा नोट
बॉर्डर पर मौजूद मोहनियां एसडीएम शिव कुमार रावत ने बताया कि दूसरे प्रदेशों से लौट रहे लोगों की जांच कराई जा रही है. जांच के बाद उन्हें नास्ता दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले सभी लोगों का नाम, नंबर, पता नोट किया जा रहा है.
गाजियाबाद से लौटे बिहारियों ने बताया कि यूपी से चंदौली तक प्रति सीट 1300 रुपये का भुगतान करने पर उन्हें बस में सीट मिली. जिसके बाद बस से उनलोगों को यूपी बिहार बॉर्डर पर छोड़ दिया. बिहार बॉर्डर पर आते ही उन्हें जिला प्रशासन की ओर से नास्ता और पानी दिया गया. जिसके बाद स्क्रीनिंग और मेडिकल जांच किया गया. जांच के बाद सभी का नाम, पता और नंबर रिकॉर्ड किया गया.
सोमवार तक 25 बसों से लोगों को किया गया रवाना
मोहनियां एसडीएम ने बताया कि सोमवार की सुबह से दोपहर 1 बजे तक लगभग कई जिलों के लिए 25 बसों को रवाना किया जा चुका है. प्रशासन लोगों की हर संभव मदद कर रही है.
सोशल डिस्टेंस के लिए झूझ रहा प्रशासन
बॉर्डर पर प्रशासन की ओर से सभी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई गई है, लेकिन हजारों की संख्या में पहुंच रहे भीड़ में सोशल डिस्टेंस मेन्टेन करना प्रशासन के लिए चुनौती से कम नहीं है. हालांकि प्रशासन लगातार माइक से अनाउंसमेंट भी करवा रहा है कि लोग सोशल डिस्टेंस मेंटेन करे. इसके बावजूद लोगों की भूख और प्यास उन्हें पेट के सामने सब कुछ भुला दे रही है.