जहानाबाद: जिले के नगर थाना क्षेत्र में हुई डॉक्टर सुनील कुमार मस्ताना (Sunil Kumar Mastana) की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. धनतेरस की रात अपराधियों ने डॉक्टर सुनील कुमार मस्ताना और उनकी पत्नी को गोली मारी थी. गोली लगने से उनकी मौत हो गयी जबकि उनकी पत्नी बच गयी थी. इस हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया (Police Arrested Three Criminals). गिरफ्तार किये गये अपराधियों के पास से 3 हथियार, 5 जिंदा कारतूस, 4 मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त की गयी मोटरसाइकिल बरामद कर ली है.
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इस संबंध में पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल अजीत कुमार की मां आशा देवी और डॉक्टर सुनील कुमार मस्ताना दोनों 2011 से साथ मिलकर लोगों की झाड़-फूंक करते थे. आशा देवी सुनील कुमार मस्ताना को बुलाकर साथ मिलकर अपने अमथुआ गांव के अगल-बगल लोगों को किसी तरह की कोई कठिनाई होती थी तो झाड़-फूंक किया करती थी. जो पैसा इससे मिलता था, वह दोनों आपस में बांटते थे. 2016 में डॉक्टर सुनील कुमार मस्ताना अपने बेटी की शादी करने के लिए आशा देवी से कुछ पैसे लिया. कुछ दिन तक पैसे नहीं लौट आने के बाद दोनों से अनबन शुरू हो गयी.
डॉक्टर सुनील कुमार मस्ताना ने आशा देवी को पैसा लौटा कर उससे अपना संबंध विच्छेद कर लिया. इसके बाद आशा देवी के पास झाड़-फूंक कराने वाले आना बंद कर दिये. आशा देवी का बेटा अजीत कुमार प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर सरकारी नौकरी करना चाह रहा था, लेकिन वह बार-बार असफल हो रहा था. उसके मन में यह भावना बैठ गयी कि डॉक्टर सुनील कुमार मस्ताना द्वारा तंत्र-मंत्र से उसे परेशान किया जा रहा है. जिससे वह सरकारी नौकरी में पाने में असफल हो रहा है. इन्हीं सब बातों को लेकर अजीत कुमार ने डॉक्टर सुनील कुमार मस्ताना की हत्या करने की योजना बनाई. आरोपी ने बताया कि 2020 में भी हत्या करने की योजना बनाई थी, लेकिन उस में असफल होने पर फिर 2 नवंबर को धनतेरस के दिन तीनों साथियों ने मिलकर हत्या कर दी.
बता दें कि इस घटना के बाद शहर में काफी कोहराम मचा था. एसपी दीपक रंजन ने इस घटना के बाद नगर थाने के थाना प्रभारी को भी निलंबित किया था.
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