जहानाबाद: जिले के परसविगहा थाना क्षेत्र के लक्षुविगहा गांव में नल-जल योजना के तहत किये गये बोरिंग में साढ़े तीन साल की बच्ची अनुष्का कुमारी की अचानक गिरने से मौत हो गयी. स्थानीय लोगों ने घटना स्थल पर पहुंचकर किसी तरह से उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका. मौके पर पहुंची पुलिस और डीएम ने किसी तरह की कोई मदद नहीं की. स्थानीय लोगों ने किसी तरह से उसके शव को बाहर निकाला.
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत चलने वाले नल-जल योजना के अंतर्गत बोरिंग की गई थी. लेकिन बोरिंग सफल नहीं होने के बाद कुछ दूर हटकर फिर से बोरिंग की गई और वहां नल लगाया गया. लेकिन पहले वाले बोरिंग के गड्ढे को नहीं भरा गया. नल लगने के बाद स्थानीय लोग यहां पानी के लिए आने लगे. रात में करीब साढ़े 9 बजे बच्ची अपने पिता के साथ नल पर गई थी. यहां खुले बोरिंग में बच्ची का पैर फिसल गया और वो उसमें गिर गई. मदद के लिए चिल्लाने पर सैकड़ों ग्रामीण घटना स्थल पर जमा हो गए और उसे बचाने का प्रयास करने लगे. रात में जेसीबी भी मंगवाया गया. फिर भी बच्ची को नहीं बचाया जा सका.
पुलिस ने नहीं की कोई मदद
परिजन ओम कुमार ने बताया कि घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की ओर से कोई मदद नहीं की गई. उसने मुखिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी लापरवाही के कारण यह घटना हुई है. उन्होंने कहा था कि चाहे कितना भी मरे लेकिन हम गड्ढा नहीं भरेंगे. स्थानीय लोगों ने पीड़ित परिजनों के लिए सरकार से मुआवजे की मांग की है. घटना के बाद परिजनों में मातम का महौल है. ग्रामीणों की ओर से गड्ढे को भर दिया गया और शव का सदर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवा कर दाह-संस्कार भी कर दिया गया.