जमुई: विधानसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे विकास के मुद्दे को लेकर ग्रामीण मुखर होने लगे हैं. ग्रामीण विकास को मुद्दा बनाकर जनप्रतिनिधियों को घेरने की तैयारी कर रहे हैं. इसी क्रम में प्रखंड के पेटारपहाड़ी पंचायत के जलखारिया गांव के ग्रामीणों ने गांव में सड़क नहीं रहने को लेकर अपना आक्रोश जाहिर किया है. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.
ग्रामीणों ने गांव में एक बैठक कर अब तक आजादी के 73 साल बीत जाने के बाद भी गांव में सड़क नहीं रहने को लेकर उसे मुद्दा बनाते हुए आंदोलन करने का संकल्प लिया है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. ग्रामीणों ने बैठक के दौरान ही गांव के मुख्य सड़क के सामने सड़क नहीं तो वोट नहीं के बहिष्कार का बोर्ड भी लगा दिया है.
सरकार के खिलाफ लोगों में नाराजगी
इस दौरान ग्रामीण रोहित राय, अजय राय शिव शंकर राय, आनंदी दास, जगदीश राय, शिवशंकर राय, श्यामदेव राय और अन्य ने बताया की 73 साल बाद भी गांव में सड़क नहीं बनी है. चुनाव के दौरान नेता आते हैं आश्वासनों का घूंट पिलाते हैं. लेकिन चुनाव के बाद सब कुछ भूल जाते हैं. जिसका परिणाम है कि अब तक गांव में सड़क नहीं बनी. नदी में पुल नहीं बना है. जिससे लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई होती है.
बरसात में बढ़ जाती है मुसीबत
सरकार से नाराज ग्रामीणों की मानें तो बरसात में घर से निकलना मुश्किल होता है. लगातार बारिश से घर मे कैद होने को मजबूर होते है. ऐसे में जब कोई बीमार पड़ जाता है तो उसका भगवान ही मालिक होता है. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में लोकसभा चुनाव के दौरान भी वोट बहिष्कार किया गया था. उसके बाद भी जनप्रतिनिधियों ने सड़क और पुल को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.