जमुई: नक्सल प्रभावित क्षेत्र माने जाने वाले बरहट प्रखंड में इन दिनों मलयपुर निवासी त्रिपुरारी पांडेय की एक कविता सोशल मीडिया पर काफी प्रचलित हो रही है, जो लोगों को अपनी और काफी आकर्षित कर रही है. ये कविता कोरोना वायरस को लेकर लगे लॉकडाउन को लेकर लिखी गई है. 'शहर खामोश है तो खामोश ही रहने दीजिए, कुछ दिनों की तो बात है घरों में ही महफूज रहा कीजिए'.
कविता से दे रहे संदेश
कविता के माध्यम से मलयपुर निवासी त्रिपुरारी पांडेय लोगों को संदेश दे रहे हैं. मलयपुर के लाल स्वीकृति माधव की कविता के बाद त्रिपुरारी की कविता भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. त्रिपुरारी की कविताएं पहले भी डीडी नेशनल और भागलपुर रेलवे स्टेशन से प्रसारित होती रही है.
कविताओं को देंगे किताब का रूप
त्रिपुरारी फिलहाल 2 दर्जन से अधिक कविताओं की रचना कर चुके हैं. कविताओं के संग्रह को बहुत जल्दी किताब का रूप देने की योजना है. नई कविता का विचार त्रिपुरारी को कोरोना संक्रमण के बाद इससे सुरक्षा को लेकर लगाए गए लॉकडाउन की घोषणा के बाद उत्पन्न हुआ.
ईटीवी भारत के माध्यम से अपील
ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में कवि पांडेय ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए उन्होंने ये कविता लिखी. कवि त्रिपुरारी पांडेय ने ईटीवी भारत के जरिए अपनी कविता के जरिए लोगों से सोशल डिस्टेंस और लॉकडाउन पालन करने की अपील की.