जमुई: मानवता अभी भी जिंदा है. कई लोग हैं जो इसे जिंदा रखने का काम कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही देखने को मिला चकाई प्रखंड के चंद्रमंडीह थाना इलाके के गोपीडीह में, जहां यात्री शेड में एक बुजुर्ग कई दिनों से पड़े थे. लोग आ रहे थे, जा रहे थे. लेकिन, किसी ने उन पर ध्यान नहीं दिया. लेकिन, समाजसेवी अमित तिवारी की उन पर नजर पड़ी. जिसके बाद अमित ने उनकी मदद की और उन्हें बुजुर्ग को उनके घर पहुंचाने में मदद की.
समाजसेवी ने की लाचार बुजुर्ग की मदद
जमुई-चकाई-देवघर मुख्य मार्ग पर गोपीडीह मोड़ के पास यात्री शेड में एक बुजुर्ग पड़ा था. उस रास्ते में कई लोग आ जा रहे थे. लेकिन बुजुर्ग की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया. इसी दौरान उस रास्ते से गुजर रहे समाजसेवी अमित तिवारी की उन पर नजर पड़ी. बुजुर्ग से बातचीत में पता चला कि उसका नाम गिरो रवानी है. वह देवघर जिले के मधुपुर थाना के सर्वेजोर गांव का निवासी है. तीन महीने पहले वो किसी काम से झाझा आए थे.
लॉकडाउन लग जाने के कारण उन्हें काफी दिनों तक झाझा में ही रहना पड़ा. जब खाने-पीने की दिक्कत हुई तो वो 15 दिन पहले पैदल ही झाझा से मधुपुर के लिए निकल गए. लेकिन चलने में असमर्थ होने पर वो गोपीडीह गांव के पास बने इस यात्री शेड में ही रुक गए.
एंबुलेंस से बुजुर्ग भेजे गए घर
बुजुर्ग की व्यथा सुनने के बाद समाजसेवी अमित ने उन्हें खाना खिलाया. उनकी देखभाल की. उसके बाद उन्होंने इसकी सूचना देवघर उपायुक्त नैंसी सहाय को दी. सूचना मिलते ही देवघर उपायुक्त नैंसी सहाय ने कार्रवाई करते हुए बुजुर्ग को लाने के लिए पीसीआर वैन और एम्बुलेंस भेजा. जिसमें आए पुलिस अधिकारी बुजुर्ग को एंबुलेंस में बैठाकर अपने साथ ले गए.