जमुईः एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) स्वर्गीय नरेंद्र सिंह के श्राद्ध कर्म में शिरकत करने उनके पैतृक गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने जिले में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नाम स्व. नरेंद्र सिंह के नाम पर रखे जाने का समर्थन किया. दरअसल जिले में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नाम दिवंगत नेता नरेंद्र सिंह के नाम पर रखने की मांग उठ रही है, जिस पर नीतीश कुमार ने तो कोई जवाब नहीं दिया लेकिन स्थानीय सांसद चिराग ने कहा कि उनके नाम पर विभिन्न संस्थाओं का नाम रखकर उन्हें सम्मान देना चाहिए.
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"स्वर्गीय आदरणीय नरेंद्र सिंह जी का कद सिर्फ जमुई तक ही सीमित नहीं था. पूरे प्रदेश के वो नेता थे. जब तक वो रहे उन्होंने देश और प्रदेश के लिए, समाज के गरीबों के लिए निरंतर कार्य करने का प्रयास किया. बड़े-बड़े पदों पर वे रहे मंत्री के तौर पर वो जब भी रहे, उन्होंने विभाग में अहम भुमिका निभाई. हमेशा क्षेत्र और प्रदेश के विकास के लिए योगदान दिया है. आने वाले समय में मैं भी चाहूंगा की उनके सम्मान में जितना भी हमलोगों से हो सके, उनके नाम पर स्मारक बनाकर उनके नाम पर विभिन्न संस्थाओं का नाम रखकर, उनकी प्रतिमा स्थापित करके उनको सम्मान दिया जाए"- चिराग पासवान, सांसद, जमुई
क्या है राकेश टिकैत का कहनाः वहीं, उनके श्राद्ध कर्म में शरीक होने पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि नरेंद्र बाबू के असमय निधन से हमारा और पूरे बिहार का बड़ा नुकसान हुआ है. वो रीयल में जमीन से जुड़े नेता थे. एग्रीकल्चर सेक्टर के बारे में सोचते थे. दिल्ली के किसान आंदोलन में भी नरेंद्र बाबू का बड़ा योगदान रहा है, आंदोलन के दौरान वो कई बार दिल्ली गए. बहुत तरह के वहां सुझाव भी दिए. उस पर वहां काम भी किया गया.
दिवंगत नेता को श्रद्धांजलिः आपको बता दें कि दिवंगत नेता नरेंद्र सिंह के निधन के बाद से ही उनके पैतृक आवास पकरी में नेता, मंत्री, सांसद, विधायक, समाजसेवी, बुद्धिजीवी, प्रबुद्धजन और आम आवाम का तांता लगा हुआ था. उनके श्राद्ध कार्यक्रम में भी तमाम नेताओं ने पहुंचकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि और उनके परिजनों को सांत्वना दी.