जमुई: लॉकडाउन में मजदूरों का घर आने का सिलसिला जारी है. बुधवार को गया के तेतरिया पावर प्लांट में मजदूरी करने वाले मजदूर अपने घर पश्चिम बंगाल के मालदा लौट रहे हैं. सभी मजदूर साइकिल के सहारे घर के लिए रवाना हो गए हैं. शुक्रवार को ये मजदूर 30 घंटे बाद जमुई पहुंचे.
ऐसे में सबसे बड़ी समस्या ये है कि पड़ोसी जिला नवादा, लखीसराय और शेखपुरा में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिले को सील कर दिया गया. प्रशासन ने भी दावा किया कि सीमा रेखा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. साथ ही हरएक लोगोम की जांच भी हो रही है. लेकिन जिला प्रशासन का ये दावा खोखला साबित होता जा रहा है.
बंगाल के मालदा के हैं मजदूर
मजदूरों ने बताया कि गया से जमुई तक उन लोगों को किसी भी चेक पोस्ट पर उन लोगों की कोई जांच नहीं की हुई है. ना ही उन्हें रोका ही गया. मजदूरों ने कहा कि गुरुवार की सुबह 4 बजे वे गया जिले से निकले थे. जो शुक्रवार को सुबह 10 बजे के करीब 30 घंटे के बाद वह जमुई जिले के बरहट प्रखंड पहुंचे. उन्होंने कहा कि मुंगेर, भागलपुर और कटिहार होते हुए वह पश्चिम बंगाल के मालदा जाएंगे. ऐसे में प्रशासन की ओर से की गई लापरवाही साफ देखी जा रही है.