जमुई: एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस (Naxalite Prashant Bose) और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी के विरोध में भाकपा माओवादी संगठन (CPI Maoist Organization) द्वारा भारत बंद (Bharat Band) का एलान किया गया है. इसे देखते हुए जमुई और गिरिडीह पुलिस हाई अलर्ट पर है. वहीं, नक्सलियों के बंद को सफल बनाने के लिए पूर्वी बिहार और पूर्वोत्तर झारखंड के सेक सचिव सह जोनल प्रभारी प्रवेश दा उर्फ सहदेव सोरेन के चकाई थाना क्षेत्र के बरमोरिया के वरखुटिया जंगल में पहुंचने की खबर है.
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ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रवेश दा के साथ 15 अन्य नक्सली उसके साथ चल रहे हैं. दो दिन पूर्व ही प्रवेश दा अपने दस्ते के साथ बरमोरिया के जंगल में पहुंच चुका है. जबकि बीमार चल रहे नक्सली नेता पिटू राणा को इलाज के लिए संगठन के निर्देश पर कजरा और पीरी बाजार के इलाके में ले जाया गया है. जहां कजरा के ही चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज किया जा रहा है. मालूम हो कि प्रवेश दा हार्डकोर नक्सली (Pravesh Da Hardcore Naxalite) है. उस पर झारखंड में 25 और बिहार में पांच लाख का इनाम घोषित है. प्रवेश दा पिछले तीन दशक से नक्सलियों का थिंक टैंक माना जाता है.
माओवादियों द्वारा बुलाए गए बंद को देखते हुए भेलवाघाटी पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सीमाई क्षेत्र में अभियान तेज कर दिया गया है. शनिवार को भेलवाघाटी पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों द्वारा सीमांत इलाके में सील कर सीमावर्ती क्षेत्र में हो रहे आवाजाही पर नजर रखी जा रही है. सुरक्षाबलों के द्वारा झारखंड-बिहार की सीमा पर अवस्थित अति उग्रवाद प्रभावित मंझलाडीह, तेलंगा, राजाडूमर, पोस्टमारा, सुअरमारा, गोश्वारा आदि गांव और जंगली इलाके को खंगाला जा रहा है. देर रात तक सीआरपीएफ का अभियान जारी था.
इस बाबत सीआरपीएफ भेलवाघाटी के सहायक कमांडेट नीरज कुमार ने बताया कि माओवादियों द्वारा बुलाए गए बंद को देखते हुए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. सीमांत क्षेत्र में चौकसी बढ़ा दी गई है. लोगो की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है. नक्सली बंद को लेकर जमुई पुलिस भी अलर्ट पर है.पुलिस द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में पैनी नजर रखी जा रही है. पुलिस ने इलाके में अपनी खुफिया सूत्रों को सक्रिय कर दिया है.
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