जमुई: जिले में श्रावणी मेले की शुरुआत तो हो गयी है, लेकिन गर्मी ने कांवड़ियों का बुरा हाल कर दिया था. अब श्रावणी मेले के छठे दिन बाद मौसम ने अपना रुख बदला है. गरजते बादलों के साथ झमाझम बारिश ने सबको सराबोर कर दिया. कांवरियों को राहत मिली है. किसानों को भी आस जगी है.
कांवड़ियों को मिली राहत
दरअसल भीषण गर्मी ने जमुई वासियों का और श्रावणी मेले में आए कांवड़ियों का हाल बेहाल किया था. 17 जुलाई से ही शुरू हो चुकी है विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के आज छठे दिन अचानक मौसम ने रूख बदला, आसमान में काले बादल छाए बिजली कड़कने लगी और साल में पहली बार हुई मूसलाधार बारिश ने कांवड़ियों और किसानों को राहत दी है.
बारिश से मिला जीवनदान
बारिश नहीं होने के कारण सुल्तानगंज से देवघर ( बाबाधाम ) 105 किलोमीटर की यात्रा करने में कावड़ियों को परेशानी हो रही थी. खेत में धान बुआई के लिए बिचड़ा डाल चुके किसान मायूस हो चुके थे. बारिश ना होने के कारण सुखाड़ की स्थिति बन गई थी. हालांकि मानसून जून में ही आ जाता है. लेकिन, इसबार मानसून ने आने में देरी कर दी. अब बारिश होने से किसानों के मन में भी आस जगी है. अच्छी फसल की उम्मीद के साथ उनके चेहरों पर मुस्कान छा गई है.