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जमुई में किसानों ने बालू खनन का किया विरोध, मांग नहीं मानने पर धरना प्रदर्शन की दी चेतावनी - etv news

जमुई में सिमरिया नदी घाट की जगह प्रधानचक नदी घाट से बालू उठाव हो रहा है. जिसका किसान विरोध कर रहे हैं. पहले भी दर्जनों गांव के किसानों ने मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री व वरीय अधिकारियों से बालू उठाव पर रोक लगाने की मांग के लिए लिखित शिकायत कर चुके हैं.

किसानों ने बालू खनन का किया विरोध
किसानों ने बालू खनन का किया विरोध
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Published : Dec 16, 2021, 9:27 PM IST

जमुई: बिहार के जमुई में किसानों ने बालू खनन का विरोध (Protest Against Sand Mining in Jamui) करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया. सिमरिया बालू घाट (Simaria Sand Ghat in Jamui) के बजाय प्रधानचक नदी घाट से बालू खनन का किसान विरोध कर रहे हैं.

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किसानों ने बालू उठाव को लेकर संवेदक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ जमकर नारेबाजी भी की. दरअसल, गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के धोबघट, सिमरिया, गेरुआडीह, पूर्वी कोल्हआ, प्रधानचक, निजुआरा गांव के सैकड़ों किसानों ने सिमरिया बालू घाट के बजाय प्रधानचक नदी घाट से बालू के हो रहे उठाव को लेकर संवेदक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की.

बालू खनन का विरोध

प्रदर्शन कर रहे आधा दर्जन से अधिक गांव के किसानों ने जिला प्रशासन से अविलंब प्रधानचक और निजुआरा नदी घाट से हो रहे अवैध तरीके से बालू उठाव पर रोक लगाने की मांग की है. विरोध प्रदर्शन कर रहे कृषक प्रमोद कुमार मंडल, अरुण कुमार मंडल, कुणाल सिंह, मनोहर सिंह, सुशील कुमार सिंह सहित कई किसानों ने बताया कि खनन विभाग द्वारा संवेदक को सिमरिया नदी घाट से बालू उठाव की अनुमति दी गई है. लेकिन संवेदक व उनके गुर्गों द्वारा बीते दिन सोमवार से ही आधा दर्जन पोकलेन मशीन लगाकर प्रधानचक व निजुआरा नदी घाट से अवैध तरीके से बालू खनन किया जा रहा है.

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हर रोज सैकड़ों ट्रक और ट्रैक्टर में भर कर बालू बेचा जा रहा है जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. किसानों ने बताया कि अगर यही हाल रहा तो प्रधानचक व निजुआरा नदी घाट से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाना मुश्किल हो जाएगा. जिस वजह से कृषकों के लगभग 5,000 एकड़ भूमि की सिंचाई प्रभावित हो जाएगी.

आने वाले दिनों में खेती की बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाएगी और क्षेत्र के किसानों के सिंचाई के अभाव में इन जल स्रोतों पर आश्रित हजारों एकड़ की भूमि बंजर भूमि में तब्दील हो जाएगाी. किसानों ने जिले के आलाधिकारियों से अविलंब अवैध तरीके से हो रहे बालू उठाव को बंद कराने की मांग की है और मांग नहीं माने जाने पर जमुई समहरणालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरना और प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

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बालू खनन का विरोध

प्रदर्शन कर रहे आधा दर्जन से अधिक गांव के किसानों ने जिला प्रशासन से अविलंब प्रधानचक और निजुआरा नदी घाट से हो रहे अवैध तरीके से बालू उठाव पर रोक लगाने की मांग की है. विरोध प्रदर्शन कर रहे कृषक प्रमोद कुमार मंडल, अरुण कुमार मंडल, कुणाल सिंह, मनोहर सिंह, सुशील कुमार सिंह सहित कई किसानों ने बताया कि खनन विभाग द्वारा संवेदक को सिमरिया नदी घाट से बालू उठाव की अनुमति दी गई है. लेकिन संवेदक व उनके गुर्गों द्वारा बीते दिन सोमवार से ही आधा दर्जन पोकलेन मशीन लगाकर प्रधानचक व निजुआरा नदी घाट से अवैध तरीके से बालू खनन किया जा रहा है.

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आने वाले दिनों में खेती की बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाएगी और क्षेत्र के किसानों के सिंचाई के अभाव में इन जल स्रोतों पर आश्रित हजारों एकड़ की भूमि बंजर भूमि में तब्दील हो जाएगाी. किसानों ने जिले के आलाधिकारियों से अविलंब अवैध तरीके से हो रहे बालू उठाव को बंद कराने की मांग की है और मांग नहीं माने जाने पर जमुई समहरणालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरना और प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

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