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जमुई: ठंड से नगर परिषद के सफाईकर्मी की मौत, कई महीनों से वेतन भी था बंद - jamui local news

ठंड से सफाई कर्मी की मौत हो गई. उसके परिजनों के पास शव को जलाने के रुपए नहीं रहने के कारण अंतिम संस्कार नहीं किया गया. परिजनों ने नगर परिषद कार्यालय के बाहर शव रख हंगामा किया.

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ठंड से सफाई कर्मी की मौत
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Published : Dec 11, 2020, 9:41 AM IST

जमुई: जिले में ठंड की चपेट में आने से एक सफाई कर्मी की मौत हो गई. जिसके शव को नगर परिषद कार्यालय के बाहर रखकर हंगामा किया गया. सफाईकर्मी को कई महीनों से वेतन भी नहीं मिला था.

अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं थे रुपये
बताया जाता है कि नगर परिषद क्षेत्र के सतगामा गांव निवासी महेंद्र डोम कई वर्षों तक नगर परिषद में सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत था. जिसे कई महीनों से वेतन नहीं मिला था. गुरुवार को ठंड लगने से उसकी मौत हो गई. परिजन रुपये नहीं रहने के कारण उसका अंतिम संस्कार तक नहीं कर पा रहे थे.

शव को कार्यालय के बाहर रख जताया विरोध
मृतक युवक के पुत्र उमेश डोम ने बताया कि वह नगर परिषद में सफाई कर्मी है, लेकिन कई महीनों से उसको भी अब तक वेतन नहीं मिला जिस कारण उसके पास अंतिम संस्कार करने के लिए रुपए में नहीं थे. इससे नाराज होकर उसके शव को कार्यालय के बाहर रख विरोध जताया गया.

अंतिम संस्कार के लिए दिए गए तीन हजार रुपये
कार्यपालक पदाधिकारी से बताया कि वेतन भुगतान करने की मांग की जा रही है. जानकारी के बाद कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार मौके पर पहुंचकर हंगामा कर रहे सफाईकर्मी के परिजनों को उसके अंतिम संस्कार करने के लिए तीन हजार रुपये दिए. उसके बाद परिजनों ने उसके शव को हटाया.

आपको बता दें कि सफाई कर्मियों को 5 हजार रुपए वेतन के अलावा दूसरी कोई सुविधा नहीं दी जाती है. साप्ताहिक अवकाश, यूनिफार्म, पीएफ आदि का भी प्रावधान है, लेकिन गरीबों के हिस्से के रुपए अधिकारी खा जाते हैं.

जमुई: जिले में ठंड की चपेट में आने से एक सफाई कर्मी की मौत हो गई. जिसके शव को नगर परिषद कार्यालय के बाहर रखकर हंगामा किया गया. सफाईकर्मी को कई महीनों से वेतन भी नहीं मिला था.

अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं थे रुपये
बताया जाता है कि नगर परिषद क्षेत्र के सतगामा गांव निवासी महेंद्र डोम कई वर्षों तक नगर परिषद में सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत था. जिसे कई महीनों से वेतन नहीं मिला था. गुरुवार को ठंड लगने से उसकी मौत हो गई. परिजन रुपये नहीं रहने के कारण उसका अंतिम संस्कार तक नहीं कर पा रहे थे.

शव को कार्यालय के बाहर रख जताया विरोध
मृतक युवक के पुत्र उमेश डोम ने बताया कि वह नगर परिषद में सफाई कर्मी है, लेकिन कई महीनों से उसको भी अब तक वेतन नहीं मिला जिस कारण उसके पास अंतिम संस्कार करने के लिए रुपए में नहीं थे. इससे नाराज होकर उसके शव को कार्यालय के बाहर रख विरोध जताया गया.

अंतिम संस्कार के लिए दिए गए तीन हजार रुपये
कार्यपालक पदाधिकारी से बताया कि वेतन भुगतान करने की मांग की जा रही है. जानकारी के बाद कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार मौके पर पहुंचकर हंगामा कर रहे सफाईकर्मी के परिजनों को उसके अंतिम संस्कार करने के लिए तीन हजार रुपये दिए. उसके बाद परिजनों ने उसके शव को हटाया.

आपको बता दें कि सफाई कर्मियों को 5 हजार रुपए वेतन के अलावा दूसरी कोई सुविधा नहीं दी जाती है. साप्ताहिक अवकाश, यूनिफार्म, पीएफ आदि का भी प्रावधान है, लेकिन गरीबों के हिस्से के रुपए अधिकारी खा जाते हैं.

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