जमुई: जिले में दो दिन पहले चंद्रमंडीह थाने में कांड 65 और 66 में दीपलाल पासवान, प्रवीण पासवान और अन्य लोगों के पर रंगदारी के लगे आरोप पर जांच की मांग उठने लगी है. लोगों का कहना है कि उन्हें गलत केस में फंसाया गया है. इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. इसको लेकर लोगों ने फाल्गुनी प्रसाद यादव महाविद्यालय में एक बैठक कर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा. बता दें कि संवेदक सह व्यवसायी दिलीप उपाध्याय की ओर से मामला दर्ज किया गया है. मामला रंगदारी से मांगने से जुड़ा है.
बैठक में शामिल लोगों ने प्रवीण पासवान को फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए उसे दोषमुक्त करने की मांग की. इसके अलावा बैठक में शामिल लोगों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी चकाई के माध्यम से जिलाधिकारी जमुई और आरक्षी अधीक्षक जमुई को एक ज्ञापन सौंपा. साथ ही इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की. लोगों ने कहा कि वे लोग मजदूरी मांगने गए थे.
क्या है मामला?
बता दें कि बीते दो दिन पहले दीपलाल पासवान, प्रवीण पासवान और अन्य लोगों पर संवेदक सह व्यवसायी दिलीप उपाध्याय ने चंद्रमंडीह थाने में रंगदारी और मारपीट का मामला दर्ज कराया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि बाद में 4 लोगों को पीआर बांड पर रिहा कर दिया गया. इस मामले में लोगों ने बैठक कर कहा कि चारों को बेवजह फंसाया गया है. बता दें कि बैठक में मानव मुक्ति संघ संयोजक पृथ्वीराज हेम्ब्रम, पूर्व प्रखंड जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन वर्मा सहित कई लोग मौजूद रथे.