जमुई: लॉकडाउन में कोई गरीब भूखा नहीं रह जाए इसके लिए सरकार ने सामुदायिक रसोई की शुरुआत की है. राजधानी पटना में गरीब मजदूर, गरीब, निशक्त या जरूरतमंद को सुबह-शाम इन सामुदायिक रसोई केंद्रों में मुफ्त में भोजन कराया जा रहा है. प्रखंड के माधोपुर स्थित पंचायत सरकार भवन में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सुचारू रूप से सामुदायिक किचन का संचालन किया जा रहा है.
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भोजन व्यवस्था पर लोग संतुष्ट
इस दौरान सीओ अजीत कुमार झा की देखरेख में भोजन प्रारंभ किया गया. सभी लोगों को चावल दाल और सब्जी भोजन के रूप में परोसा गया. भोजन के लिए पहुंचे लोगों ने भोजन व्यवस्था पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि वे लोग सरकारी भोजन व्यवस्था से संतुष्ट हैं. लेकिन पीने के पानी के लिए थोड़ी जरूर दिक्कत है. पीने का पानी उन्हें घर से बोतल में लाना पड़ता है. अगर जार वाला पानी उपलब्ध करा दिया जाए तो उन लोगों को काफी सुविधा होगी.
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'मौके पर मौजूद सीओ अजीत कुमार झा ने बताया कि बुधवार से भोजन में चावल दाल सब्जी के साथ-साथ भुजिया और पापड़ भी परोसा जाएगा. इसके साथ ही जार वाला पानी भी लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं इस दौरान भोजन व्यवस्था आदि में सहयोग के लिए स्थानीय समाजसेवी पंकज साह, शिव कुमार मिश्रा, लखन पासवान आदि भी सक्रिय रूप से जुटे हुए थे'.- अजीत कुमार झा, सीओ
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बता दें कि लॉकडाउन में गरीब और असहाय लोगों को खाने की दिक्कत ना हो इसके लिए सरकार ने सभी जिलों में सामुदायिक किचन की शुरुआत कराई है. जहां जरूरतमंद दो वक्त मुफ्त में भोजन प्राप्त कर सकते हैं. बिहार में बढ़ रहे कोरोना के प्रकोप को देखते हुए 5 से 15 मई तक लॉकडाउन का घोषणा की गई थी. जिससे अब बढ़ाकर 25 मई तक कर दी गई है. लॉकडाउन का असर भी दिख रहा है. प्रदेश में रोजाना आने वाले नए केस की संख्या में कमी आई है.