जमुई: लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को परिसदन में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. वहीं मीडियाकर्मियों के सवाल के जवाब में चिराग पासवान के तेवर तल्ख दिखे. उन्होंने कोरोना को लेकर सूबे में की गई व्यवस्था और विधानसभा चुनाव पर सरकार को जम कर घेरा.
मीडियाकर्मियों के सवाल के जवाब में चिराग पासवान ने कहा कि जब इस कोरोना संक्रमण और बाढ़ के बाबजूद हमारा प्रदेश चुनाव कराने के लिए तैयार है, तो कोरोना से लड़ने के लिए संसाधनों की कमी क्यों हो रही है. बिहार में चुनाव कराने के लिए जब साधन-संसाधन हैं तो स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए भी संसाधनों की कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चिंता की बात जो पूरे प्रदेश से आ रही है कि आइशोलेशन सेंटर कि व्यवस्था ठीक नहीं है. आज के तारीख में सही जांच भी जरूरी है और जांच बढ़ाने की भी जरूरत है.
बिहारियों को मरता हुआ नहीं देख सकते
आगे चिराग ने कहा कि हम बिहारियों को मरता हुआ नहीं देख सकते. हमारे लिए प्राथमिकता अभी चुनाव नहीं है. हमारे लिए प्राथमिकता बिहारियों की जान बचाना है. कोरोना और बाढ़ से प्रभावित जनता को बेहतर जिंदगी सरकार दे यही हमारी मांग है. लेकिन सरकार का ध्यान अगर पूरी तरह से चुनाव पर रहेगा तो यह बिमारी जिस तरह से विस्फोटक रूप लेती जा रही है, आने वाले दिनों में मृत्यु के आंकड़े कितने बढ़ेंगे उसकी हमलोग कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. चिराग पासवान ने रैपिड एंटिजन किट पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इससे जांच का सही परिणाम नहीं निकलता है. आज की तारीख में सही जांच होना जरूरी है. साथ ही जांच बढ़ाने की भी जरूरत है.
जदयू से न दूरी बढ़ानी है और न ही करीब आने का है शौक
एक सवाल के जबाब में चिराग ने कहा हमको जदयू से न दूरी बढ़ानी है और न ही करीब आने का शौक है. हमको बिहार की समस्या मुख्यमंत्री तक रखना है क्योंकि वहीं अधिकृत है. उन्होंने कहा कि एक बिहारी होने के नाते हम मांग करते है तो हमारी आलोचना की जाती है. हम मांगो को पूरा राजनीतिक रूप दे दिया जाता है.