ETV Bharat / state

असर: ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद जागा प्रशासन, जर्जर पुल की मरम्मती का काम शुरू

लोगों ने बताया कि अब प्रशासन व्यवस्था से भी विश्वास उठ गया है, इसलिए बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर ही पुल पार करते हैं.

साफ-सफाई
author img

By

Published : Jul 21, 2019, 1:08 PM IST

जमुई: 17 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की शुरुआत हो चुकी है. प्रशासन द्वारा मेले में कांवरियों को सुविधाएं देने और मेले की तैयारी को लेकर कई घोषणाएं की जाती है. बावजूद इसके जिले के बाबाधाम मार्ग पर वटिया घाटी और जंगल के बीच चिरेन पुल वर्षों से जर्जर है. मेले के दौरान सैकड़ों छोटे-बड़े कांवरिया वाहन आते-जाते रहते हैं. यह पुल सड़क दुर्घटना को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है.

ईटीवी भारत द्वारा मेले से पहले इस पुल की दुर्दशा की खबर दिखाए जाने पर जिला प्रशासन की नींद खुली, और अब प्रशासन खानापूर्ति में लग गया है.

चिरेन पुल के गड्ढे भरने का काम शुरु

सिर्फ खानापुर्ति करता जिला प्रशासन
श्रावणी मेला शुरु होने से पहले ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चिरेन पुल की जर्जर स्थिति पर खबर दिखाई थी. खबर दिखाए जाने के बाद जिला प्रशासन जागा, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति के लिए मेले के चौथे दिन डीएम साहब के आदेश से सिर्फ गड्ढों को भरने का काम शुरू हुआ. गड्ढे भर देने और कालीकरण कर देने से कुछ दिनों के लिए नीचे का सच छुप तो जाएगा, लेकिन फिर स्थिति वही हो जाएगी.

  • जमुई: बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर जर्जर चिरैन पुल पार करेंगे कांवरिया https://t.co/Tg77803h9w

    — Etv Bihar (@etvbharatbihar) July 6, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर पुल पार कर रहे लोग
लोगों ने बताया कि बिहार-झारखंड को जोड़ने वाला वटिया घाटी और जंगल के बीच स्थित चिरेन पुल काफी संकरा है. यहां हमेशा पानी जमा हो जाता है. श्रावणी मेले के समय पुल पर दिन-रात देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए छोटे-बडे़ वाहन चलते रहते हैं. जब तक इसके बगल में एक और पुल न बने तब तक यह पुल दुर्घटना को आमंत्रण देता रहेगा. अब प्रशासन व्यवस्था से भी विश्वास उठ गया है, इसलिए बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर ही पुल पार करते हैं.

जमुई: 17 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की शुरुआत हो चुकी है. प्रशासन द्वारा मेले में कांवरियों को सुविधाएं देने और मेले की तैयारी को लेकर कई घोषणाएं की जाती है. बावजूद इसके जिले के बाबाधाम मार्ग पर वटिया घाटी और जंगल के बीच चिरेन पुल वर्षों से जर्जर है. मेले के दौरान सैकड़ों छोटे-बड़े कांवरिया वाहन आते-जाते रहते हैं. यह पुल सड़क दुर्घटना को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है.

ईटीवी भारत द्वारा मेले से पहले इस पुल की दुर्दशा की खबर दिखाए जाने पर जिला प्रशासन की नींद खुली, और अब प्रशासन खानापूर्ति में लग गया है.

चिरेन पुल के गड्ढे भरने का काम शुरु

सिर्फ खानापुर्ति करता जिला प्रशासन
श्रावणी मेला शुरु होने से पहले ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चिरेन पुल की जर्जर स्थिति पर खबर दिखाई थी. खबर दिखाए जाने के बाद जिला प्रशासन जागा, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति के लिए मेले के चौथे दिन डीएम साहब के आदेश से सिर्फ गड्ढों को भरने का काम शुरू हुआ. गड्ढे भर देने और कालीकरण कर देने से कुछ दिनों के लिए नीचे का सच छुप तो जाएगा, लेकिन फिर स्थिति वही हो जाएगी.

  • जमुई: बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर जर्जर चिरैन पुल पार करेंगे कांवरिया https://t.co/Tg77803h9w

    — Etv Bihar (@etvbharatbihar) July 6, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर पुल पार कर रहे लोग
लोगों ने बताया कि बिहार-झारखंड को जोड़ने वाला वटिया घाटी और जंगल के बीच स्थित चिरेन पुल काफी संकरा है. यहां हमेशा पानी जमा हो जाता है. श्रावणी मेले के समय पुल पर दिन-रात देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए छोटे-बडे़ वाहन चलते रहते हैं. जब तक इसके बगल में एक और पुल न बने तब तक यह पुल दुर्घटना को आमंत्रण देता रहेगा. अब प्रशासन व्यवस्था से भी विश्वास उठ गया है, इसलिए बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर ही पुल पार करते हैं.

Intro:जमुई 17 जुलाई से शुरू हो चुकी है विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला कांवरियों को सुविधाएं और मेले की तैयारी को लेकर धोषणाऐं तो बहुत की जाती है लेकिन जमीनी स्तर पर सच्चाई कुछ और ही दिखाई पड़ती है etv bharat ने खबर दिखाई थी श्रावणी मेला शुरू होने से पहले जमुई देवधर ( बाबाधाम ) मार्ग पर वटिया धाटी और जंगल के बीच ' चिरेन पूल ' की वर्षो से जर्जर हालत में है आम वाहनों के साथ - साथ मेले को लेकर दिनरात अनवरत सैंकड़ो छोटे बड़े कांवरिया वाहन दिनरात इस पूल से होकर गुजरेंगे सकरा गढ्ढों से भरा जर्जर पूल सड़क दुर्घटना को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है " खबर के बाद जागा जिला प्रशासन खानापूर्ति में लगा "


Body:जमुई " etv bharat ने ' चिरेन पूल की दुर्दशा की खबर दिखाई थी श्रावणी मेला शुरू होने के पहले अब जाकर जागा जिला प्रशासन लेकिन खानापूर्ति में लगा "

जमुई 17 जुलाई को श्रावणी मेला शुरू होने के पहले etv bharat ने प्रमुखता से खबर दिखाई थी कि जमुई देवधर ( बाबाधाम ) मार्ग पर वटिया धाटी और जंगल के बीच स्थित ' जर्जर चिरेन पूल अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है और इस पूल से होकर गुजरनेवाले आम वाहन ( यात्री ) के साथ -साथ सैकड़ों कांवरिया वाहन बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर पूल पार करते है सरकार पर विश्वास नहीं रहा लोगों को '
चिरैन पूल पर मौजूद etv bharat को कांवरिया और आम यात्रियों ने बताया था की सालों से बाबाधाम इस रास्ते से देश के अलग - अलग राज्यो को लोग जाते है लेकिन लेकिन इस पूल की स्थिति में सुधार नहीं हुआ कई यात्रियों कांवरियों से etv bharat की बात हुई किसी ने सरकार को तो किसी ने जन प्रतिनिधि सांसद विधायक तो किसी ने जिला प्रशासन को इसका दोषी बताया

साथ ही लोगों ने बताया अब इनलोगों पर विश्वास ही नहीं रहा तो बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर ही पूल पार करते है हमलोग

खबर दिखाए जाने के बाद जिला प्रशासन जागा लेकिन खानापूर्ति से ज्यादा कुछ नहीं आज जब मेला शुरू हुए चौथा दिन है तो जिला प्रशासन डीएम साहब के आदेश से गढ्ढों को भरने का काम शुरू हुआ लीपापोती की जाऐगी उपर से कालीकरण कर सबकुछ छुपाया जाऐगा कुछ दिखे नहीं लेकिन कबतक कुछ दिनों के बाद नीचे का सच फिर सामने आ जाऐगा स्थिति यथावत हो जाऐगी

लोगों ने बताया बिहार झारखंड को जोड़ने वाला वटिया धाटी और जंगल के बीच स्थित चिरैन पूल काफी सकरा है पानी जमा हो जाता है पूल पर छोटे वाहनों के साथ - साथ सैंकड़ो बड़े वाहन दिनरात चलते है इस मार्ग पर इसलिए इस पूल में सुधार की सख्त आवश्यकता है बगल में दुसरा पूल बने तभी आवागमन सुचारू हो पाऐगा

पूल पर मौजूद संवेदक के ठेकेदार ने बताया जमुई डीएम का आदेश हुआ है गढ्ढों को भर दिया जाए इसलिए साफ सफाई में लगे है पुख्ता सुधार की आवश्यकता खानापूर्ति से काम नहीं चलेगा

वाइट -------- ठेकेदार
वाइट -------- पूल से गुजरनेवाला कांवरिया



राजेश जमुई


Conclusion:जमुई 17 जुलाई से शुरू हो चुकी है विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला कांवरियों को सुविधाएं और मेले की तैयारी को लेकर धोषणाऐं तो बहुत की जाती है लेकिन जमीनी स्तर पर सच्चाई कुछ और ही दिखाई पड़ती है etv bharat ने खबर दिखाई थी श्रावणी मेला शुरू होने से पहले जमुई देवधर ( बाबाधाम ) मार्ग पर वटिया धाटी और जंगल के बीच ' चिरेन पूल ' की वर्षो से जर्जर हालत में है आम वाहनों के साथ - साथ मेले को लेकर दिनरात अनवरत सैंकड़ो छोटे बड़े कांवरिया वाहन दिनरात इस पूल से होकर गुजरेंगे सकरा गढ्ढों से भरा जर्जर पूल सड़क दुर्घटना को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है " खबर के बाद जागा जिला प्रशासन खानापूर्ति में लगा "
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.