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सदर अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत पर परिजनों का हंगामा, डॉक्टरों ने OPD और इमरजेंसी सेवा किया ठप - bihar news

गोपालगंज सदर अस्पताल इलाज के दौरान एक युवक की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार किया. जिससे नाराज डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया. हालांकि सिविल सर्जन के समझाने पर सभी डॉक्टर्स काम पर लौट गए.

गोपालगंज
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Published : May 25, 2021, 9:40 PM IST

गोपालगंज: उचकागांव थाना क्षेत्र के मकसूदपुर गांव निवासी एक युवक को आर्केस्ट्रा देखने के विवाद में चाकू मार दी गई. देर रात परिजनों ने युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही करने का आरोप लगाकर हंगामा किया. जिसके बाद डॉक्टरों ने ओपोडी और इमरजेंसी सेवा बाधित कर दिया.

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चाकू लगने से युवक की मौत
दरअसल, सोमवार की देर रात उचकागांव थाना क्षेत्र के परसौनी खास गांव निवासी मनोज कुमार सिंह के पुत्र मनीष कुमार सिंह गांव के मकसूदपुर में बारात में शामिल होने के लिए गया था. वहां बारात में ऑर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था. ऑर्केस्ट्रा देखने के दौरान कुछ युवकों से विवाद हुआ. जिसके बाद युवकों ने उसपर चाकू से वार कर दिया. परिजनों को जब घटना की जानकारी मिली तो उसे रात में ही सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया. जहां उसकी मौत हो गई. युवक की मौत के बाद परिजनों और ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों के बीच विवाद होने लगा. परिजनों ने कहा कि चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों ने समय पर इलाज शुरू नहीं किया. जिससे युवक की मौत हो गई.

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डॉक्टरों ने की सुरक्षा की मांग
घटना के बाद परिजन गिरफ्तारी के डर से मौके से फरार हो गए. वहीं डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी सुरक्षा को लेकर ड्यूटी छोड़कर चले गए. इस दौरान ओपीडी और इमरजेंसी सेवा ठप रहा. जिससे अन्य मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल परिसर में पड़ा रहा. सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने चिकित्सकों के साथ बैठक कर ड्यूटी शुरू कराने के लिए पहल की. सिविल सर्जन ने बताया कि सरकारी सुरक्षा गार्ड के अलावा प्राइवेट सिक्योरिटी भी बहाल की जाएगी. फिलहाल सभी चिकित्सक अपने काम पर लौट रहे हैं.

गोपालगंज: उचकागांव थाना क्षेत्र के मकसूदपुर गांव निवासी एक युवक को आर्केस्ट्रा देखने के विवाद में चाकू मार दी गई. देर रात परिजनों ने युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही करने का आरोप लगाकर हंगामा किया. जिसके बाद डॉक्टरों ने ओपोडी और इमरजेंसी सेवा बाधित कर दिया.

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चाकू लगने से युवक की मौत
दरअसल, सोमवार की देर रात उचकागांव थाना क्षेत्र के परसौनी खास गांव निवासी मनोज कुमार सिंह के पुत्र मनीष कुमार सिंह गांव के मकसूदपुर में बारात में शामिल होने के लिए गया था. वहां बारात में ऑर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था. ऑर्केस्ट्रा देखने के दौरान कुछ युवकों से विवाद हुआ. जिसके बाद युवकों ने उसपर चाकू से वार कर दिया. परिजनों को जब घटना की जानकारी मिली तो उसे रात में ही सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया. जहां उसकी मौत हो गई. युवक की मौत के बाद परिजनों और ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों के बीच विवाद होने लगा. परिजनों ने कहा कि चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों ने समय पर इलाज शुरू नहीं किया. जिससे युवक की मौत हो गई.

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डॉक्टरों ने की सुरक्षा की मांग
घटना के बाद परिजन गिरफ्तारी के डर से मौके से फरार हो गए. वहीं डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी सुरक्षा को लेकर ड्यूटी छोड़कर चले गए. इस दौरान ओपीडी और इमरजेंसी सेवा ठप रहा. जिससे अन्य मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल परिसर में पड़ा रहा. सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने चिकित्सकों के साथ बैठक कर ड्यूटी शुरू कराने के लिए पहल की. सिविल सर्जन ने बताया कि सरकारी सुरक्षा गार्ड के अलावा प्राइवेट सिक्योरिटी भी बहाल की जाएगी. फिलहाल सभी चिकित्सक अपने काम पर लौट रहे हैं.

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