गोपालगंजः बिहार में शराबबंदी बेअसर (Liquor ban ineffective in Bihar) हो गया है. तस्कर नई-नई तरकीब अपना रहे हैं. एंबुलेंस, बाइक, कार तक का इस्तेमाल शराब तस्करी में पुराना हो चुका है. हैरानी की बात है कि तस्कर अपने शरीर में शराब बांधकर तस्करी करते हैं. ताजा मामला गोपालगंज का है, जहां तस्कर ने शराब की तस्करी के लिए गजब का दिमाग लगाया. बाजार से विलुप्त हो चुकी एम्बेसडर कार भी अब शराब तस्करों के काम आ रही है. तस्कर कार के हेड लाइट में करीब 100 लीटर से ज्यादा शराब छिपा रखा था.
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यूपी से लाई जा रही थी शराबः जिले के कटेया थाना क्षेत्र के यूपी-बिहार बॉर्डर पर कार की तलाशी में पुलिस को कुछ नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने कार की हेडलाइट चेक की तो हैरान रह गई. एम्बेसडर कार की हेडलाइट से पुलिस ने 107.46 लीटर बरामद बरामद की है. इस दौरान पुलिस ने शराब के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. गिरफ्तार तस्करों की पहचान दरभंगा जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के कबीर चंद्र गांव निवासी रामविलास महतो का बेटा सुखराम महतो व मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के धनोज गांव निवासी विलास महतो का बेटा अजय महतो के रूप में हुई.
दोनों तस्कर को भेजा गया जेलः गिरफ्तार तस्कर यूपी नम्बर की एक एम्बेसडर कार से यूपी से कटेया के रास्ते गोपालगंज आ रहा था. इसी बीच बॉर्डर के पास पुलिस ने वाहन जांच के दौरान कार की तलाशी ली. कार की हेडलाइट के में छिपाकर रखी कुल107.46 लीटर शराब बरामद की. कार की हेडलाइट से बरामद शराब के साथ पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल गिरफ्तार किये गए तस्करों के खिलाफ पुलिस उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया है.