ETV Bharat / state

स्कूल में बच्चों के भविष्य के साथ किया जा रहा खिलवाड़, पढ़ाई की जगह बना रहे मिड-डे मील

गोपालगंज के मांझा प्रखंड स्थित मधु सरैया गांव के प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.जिन बच्चों के हाथ में कलम और कॉपी होनी चाहिए उन बच्चों के हाथ में धारदार वस्तु थमा कर मिड-डे मील बनवाई जाती है.

author img

By

Published : Jul 30, 2019, 10:04 AM IST

स्कूल में बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़

गोपालगंज : जिले के मांझा प्रखंड स्थित मधु सरैया गांव के प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में प्राचार्य बच्चों से मिड-डे मील बनवाते हैं. यहां की हालत काफी खराब है. जहां बच्चों को शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए वहां वो मिड-डे मील की तैयारी में जुटे रहते हैं.

मीड-डे मील तैयार करने मे लगे बच्चे
ईटीवी भारत की टीम जब जायजा लेने स्कूल पहुंची तो हड़कंप मच गया. स्कूल में पहुंचते ही टीम ने पाया कि कुछ बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे. वहीं, कई बच्चे मीड-डे मील तैयार करने में लगे थे. जिन बच्चों के हाथ में कलम और कॉपी होनी चाहिए उन बच्चों के हाथ में धारदार वस्तु थमा कर मिड-डे मील बनवाई जाती है. यहां के शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई की चिंता नहीं है. अभिभावक बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजते हैं लेकिन उनको मिड-डे मील बनाने के लिए हाथों में चाकू थमा दिया जाता है. ऐसे में उनकी पढ़ाई कैसे होगी?

स्कूल में बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़

पढ़ाई के प्रति शिक्षा विभाग लापरवाह
इस विद्यालय में 140 बच्चे और तीन शिक्षक हैं. बच्चों की पढ़ाई के प्रति शिक्षा विभाग लापरवाह है. यहां के प्राचार्य मदन प्रसाद से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रसोइया छुट्टी पर है जिसके कारण बच्चों से काम लिया जाता है. इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी संघमित्रा वर्मा ने बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी.अब मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कर दोषियों पर उचित कार्यवाई की जाएगी.

गोपालगंज : जिले के मांझा प्रखंड स्थित मधु सरैया गांव के प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में प्राचार्य बच्चों से मिड-डे मील बनवाते हैं. यहां की हालत काफी खराब है. जहां बच्चों को शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए वहां वो मिड-डे मील की तैयारी में जुटे रहते हैं.

मीड-डे मील तैयार करने मे लगे बच्चे
ईटीवी भारत की टीम जब जायजा लेने स्कूल पहुंची तो हड़कंप मच गया. स्कूल में पहुंचते ही टीम ने पाया कि कुछ बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे. वहीं, कई बच्चे मीड-डे मील तैयार करने में लगे थे. जिन बच्चों के हाथ में कलम और कॉपी होनी चाहिए उन बच्चों के हाथ में धारदार वस्तु थमा कर मिड-डे मील बनवाई जाती है. यहां के शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई की चिंता नहीं है. अभिभावक बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजते हैं लेकिन उनको मिड-डे मील बनाने के लिए हाथों में चाकू थमा दिया जाता है. ऐसे में उनकी पढ़ाई कैसे होगी?

स्कूल में बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़

पढ़ाई के प्रति शिक्षा विभाग लापरवाह
इस विद्यालय में 140 बच्चे और तीन शिक्षक हैं. बच्चों की पढ़ाई के प्रति शिक्षा विभाग लापरवाह है. यहां के प्राचार्य मदन प्रसाद से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रसोइया छुट्टी पर है जिसके कारण बच्चों से काम लिया जाता है. इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी संघमित्रा वर्मा ने बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी.अब मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कर दोषियों पर उचित कार्यवाई की जाएगी.

Intro:प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के भविष्य के साथ किस तरह खिलवाड़ किया जाता है इसकी एक बानगी उस वक्त देखने को मिला जब माझा प्रखंड के मधु सरेया गांव में ईटीवी भारत की टीम प्राथमिक विद्यालय में पहुंच कर स्कूल की हालत की।पड़ताल की तब कई चौंकाने वाली दृश्य सामने आई।जहाँ कुछ बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हुई दिखे तो कुछ बच्चे मिड डे मील की तैयारी में जुटे थे।।



। प्राथमिक विद्यालय में पहुंचते ही शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गई,



Body:हम बात कर रहे है जिला मुख्यालय वे 12 किलोमीटर दूर मांझा।प्रखण्ड के मधु सरेया गांव की जहाँ नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में प्राचार्य बच्चो से मिड डे मील बनवाते है। हमारी टीम जब नवसृजित प्राथमिक स्कूल पहुंची तो कुछ बच्चे जमीन पर बैठकर बोड़े बिछाकर शिक्षा ग्रहण तो कर रहे थे। वहीं कुछ बच्चे मिड डे मील बनाने की तैयारी में जुटे थे। लेकिन जिस बच्चे के हाथ में कलम और कॉपी होनी चाहिए उस बच्चों के हाथ में धारदार वस्तु थमा कर मिड डे मील बनाई जाती है। इस दृश्य को देखकर जब हमारे संवाददाता ने अपने कैमरे में इन तस्वीरों को कैद किया तभी स्कूल के प्राचार्य व शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गई। क्योंकि इस विद्यालय में अध्यापकों को बच्चों की पढ़ाई की चिंता नहीं है। बेपरवाही का आलम यह है कि बच्चे स्कूल पहुंचते तो हैं लेकिन उनको मिड डे मील बनाने के लिए हाथों में चाकू थमाया जाता है। अभीभावक बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजते हैं लेकिन ऐसे में बच्चे कैसे पढ़ाई करेंगे। इन तस्वीरों को देखने से अंदाजा लग गया होगा कि बच्चो की पढ़ाई के प्रति शिक्षा विभाग कितना संवेदनशील है। इस विद्यालय में 140 बच्चे नामांकित है जबकि तीन शिक्षक है वही प्रचार्य मदन प्रसाद से।इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रसोइया छुट्टी पर है जिसके कारण बच्चो से काम लिया जाता है। वही जिला शिक्षा पदाधिकारी संघमित्रा वर्मा से इस संदर्भ में राय ली गई तो उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मुझे कोई जानकारी नही है आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है जिसकी जांच कराकर कार्यवाई की जाएगी


यह हम नहीं यह तस्वीरें खुद ब खुद बयां कर रही है ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है बल्कि जानबूझकर अधिकारी आंखें बंद कर किए रहते हैं


Conclusion:na
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.