गोपालगंजः कहते हैं सावधानी हटी दुर्घटना घटी. आजकल सभी घरों में खाना बनाने के लिए एलपीजी गैस का प्रयोग किया जाता है. लेकिन इसे यूज करने से पहले कई सावधानियां बरतना जरूरी होता है. जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज करते हैं.
गैस सिलेंडर से दुर्घटनाएं
गैस सिलेंडर के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. ऐसे हादसों में जान-माल का काफी नुकसान होता है. उपभोगताओं को इसे इस्तेमाल करने की पूरी जानकारी नहीं होने से भी ऐसी घटनाएं होती हैं.
गैस सिलेंडर के उपयोग से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातेंः
- इसे उपयोग करने से पहले लीकेज की जांच कर लेनी चाहिए. अगर लीकेज हो रहा है तो उसे तुरंत वापस कर एजेंसी को सूचित करें.
- सिलेंडर के साथ आई सुरक्षा टोपी को गैस के साथ ही बांध कर रखें.
- किसी अच्छे मैकेनिक से अपनी गैस उपकरणों की नियमित जांच और सर्विस करवाते रहें.
- सिलेंडर खाली होने पर उसे सुरक्षा टोपी लगाकर ठंडे और हवादार स्थान पर रखें.
- रात को सोने से पहले रेगुलेटर नॉब को ऑफ कर दें. गैस स्टोव हमेशा सिलेंडर से ऊंचे स्थान पर रखें.
- गैस लीक हो रहा है तो हवा के आवागमन के लिए सभी दरवाजे और खिड़कियां खोल दें. अगरबत्ती, मोमबत्ती, लैंप गैस का रेगुलेटर और सारे गैस स्टोव भी बंद कर दें. घर के इलेक्ट्रिक स्विच का प्रयोग न करें.
- हमेशा आईएसआई मार्क वाला ही पाइप यूज करना चाहिए.
सिलेंडर के ऊपर लिखे एबीसीडी का मतलब
उपभोगताओं को ग्रीन रबर पाइप का प्रयोग करने से बचना चाहिए. इस पर मौसम का असर जल्दी पड़ता है और दरारें आने लगती हैं. जिससे लिकेज की संभावना बनी रहती है. खरीदने से पहले गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की जांच जरूर करें. सिलेंडर के ऊपरी भाग में पीले या सफेद रंग की एक पट्टी होती है जिस पर अंग्रेजी के अक्षर एबीसीडी के साथ कुछ अंक लिखे होते हैं.
- A का मतलब मार्च
- B का मतलब जून
- C का मतलब सितंबर
- D का मतलब दिसम्बर
सिलेंडर की पट्टी पर C-18 लिखा है तो इसका मतलब होता है कि वह सितंबर 2018 तक उपयोग करने के लायक है.
आठ करोड़ महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन
दरअसल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देश भर में आठ करोड़ महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन दिए गए हैं. यह ऐसे उपभोक्ता है जिन्हें गैस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. ईटीवी भारत का प्रयास है कि ऐसे में उपभोक्ताओ को इसके सही उपयोग के प्रति जागरूक करें.