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गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव: RJD उम्मीदवार मोहन गुप्ता ने भरा पर्चा, नामांकन में एकजुट दिखा महागठबंधन

आरजेडी उम्मीदवार मोहन गुप्ता ने गोपालगंज उपचुनाव के लिए नामांकन (Mohan Gupta filed his nomination in Gopalganj) कर दिया है. इस मौके पर उन्होंने जीत का दावा करते हुए कहा कि उनके सामने किसी प्रकार की कोई चुनौती नहीं है.

आरजेडी उम्मीदवार मोहन गुप्ता का नामांकन
आरजेडी उम्मीदवार मोहन गुप्ता का नामांकन
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Published : Oct 13, 2022, 10:19 AM IST

Updated : Oct 13, 2022, 2:10 PM IST

गोपालगंज: महागठबंधन की ओर से आरजेडी उम्मीदवार मोहन गुप्ता (RJD candidate Mohan Gupta) ने आज गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव (Gopalganj Assembly By Election) के लिए नामांकन का पर्चा भरा है. नामांकन में मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार समेत कई मंत्री और विधायक शामिल हुए. इस दौरान मोहन गुप्ता ने कहा कि महागठबंधन की जीत तय है.

ये भी पढ़ें: गोपालगंज उपचुनाव में तेजस्वी की मामी बिगाड़ेंगी महागठबंधन का गणित!

गोपालगंज में त्रिकोणीय मुकाबला: गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आ रहा है. गोपालगंज विधानसभा 101 सीट से जहां एनडीए और महागठबंधन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होना था, लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मामी इंदिरा यादव की भी इंट्री हो गई है. इंदिरा यादव गोपालगंज के पूर्व सांसद अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव की पत्नी हैं. जो उपमुख्यमंत्री तेजश्वी यादव की मामी भी हैं. सुभाष सिंह की पत्नी और बीजेपी प्रत्याशी कुसुम देवी पहले ही नामांकन कर चुकी हैं.

2020 चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे साधु: साल 2020 में हुए विधानसभा आम चुनाव में गोपालगंज से बसपा के टिकट पर लड़े साधु यादव लगभग 42,000 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे. साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव को बसपा से टिकट मिलने के बाद गोपालगंज में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं. पिछले चुनाव में यहां बीजेपी के उम्मीदवार सुभाष सिंह ने जीत दर्ज की थी और दूसरे नंबर पर साधु यादव रहे थे. वहीं, महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार आसिफ गफूर तीसरे नंबर पर रहे.

3 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग: इस बार महागठबंधन की ओर से आरजेडी चुनाव मैदान में है. ऐसे में तय माना जा रहा है कि साधु यादव की पत्नी के उतरने से यादवों का वोट कटेगा. इधर, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के गोपालगंज में उपचुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा हो सकता है. ऐसे में अगर एआईएमआईएम चुनाव मैदान में उतरती है तो वह किसी मुस्लिम प्रत्याशी को यहां से टिकट देगी. ऐसे में ओवैसी का प्रत्याशी आरजेडी के वोटबैंक में सेंध लगाएगा, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा. ऐसी स्थिति में पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता सुभाष सिंह के निधन के बाद खाली हुई गोपालगंज सदर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने वाला है. बिहार की गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. 6 नवंबर को इसकी मतगणना होगी और उसी दिन नतीजे जारी होंगे. दोनों सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया अभी चल रही है.

गोपालगंज: महागठबंधन की ओर से आरजेडी उम्मीदवार मोहन गुप्ता (RJD candidate Mohan Gupta) ने आज गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव (Gopalganj Assembly By Election) के लिए नामांकन का पर्चा भरा है. नामांकन में मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार समेत कई मंत्री और विधायक शामिल हुए. इस दौरान मोहन गुप्ता ने कहा कि महागठबंधन की जीत तय है.

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गोपालगंज में त्रिकोणीय मुकाबला: गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आ रहा है. गोपालगंज विधानसभा 101 सीट से जहां एनडीए और महागठबंधन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होना था, लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मामी इंदिरा यादव की भी इंट्री हो गई है. इंदिरा यादव गोपालगंज के पूर्व सांसद अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव की पत्नी हैं. जो उपमुख्यमंत्री तेजश्वी यादव की मामी भी हैं. सुभाष सिंह की पत्नी और बीजेपी प्रत्याशी कुसुम देवी पहले ही नामांकन कर चुकी हैं.

2020 चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे साधु: साल 2020 में हुए विधानसभा आम चुनाव में गोपालगंज से बसपा के टिकट पर लड़े साधु यादव लगभग 42,000 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे. साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव को बसपा से टिकट मिलने के बाद गोपालगंज में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं. पिछले चुनाव में यहां बीजेपी के उम्मीदवार सुभाष सिंह ने जीत दर्ज की थी और दूसरे नंबर पर साधु यादव रहे थे. वहीं, महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार आसिफ गफूर तीसरे नंबर पर रहे.

3 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग: इस बार महागठबंधन की ओर से आरजेडी चुनाव मैदान में है. ऐसे में तय माना जा रहा है कि साधु यादव की पत्नी के उतरने से यादवों का वोट कटेगा. इधर, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के गोपालगंज में उपचुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा हो सकता है. ऐसे में अगर एआईएमआईएम चुनाव मैदान में उतरती है तो वह किसी मुस्लिम प्रत्याशी को यहां से टिकट देगी. ऐसे में ओवैसी का प्रत्याशी आरजेडी के वोटबैंक में सेंध लगाएगा, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा. ऐसी स्थिति में पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता सुभाष सिंह के निधन के बाद खाली हुई गोपालगंज सदर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने वाला है. बिहार की गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. 6 नवंबर को इसकी मतगणना होगी और उसी दिन नतीजे जारी होंगे. दोनों सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया अभी चल रही है.

Last Updated : Oct 13, 2022, 2:10 PM IST
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